लखनऊ। इंश्योरेंस अधिकारी बनकर बोनस दिलाने, एजेन्ट कोड हटवाने व बन्द पालिसी का क्लेम दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रूपए की ठगी करने वाले गिरोह का वांछित अभियुक्त दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया।
यूपी एसटीएफ को शुक्रवार को एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को इंश्योरेंस का अधिकारी बनकर इंश्योरेंस में बोनस दिलाने, एजेन्ट कोड हटवाने व बन्द पालिसी का क्लेम दिलाने का झांसा देकर करोडों रूपए की ठगी करने वाले संगठित गिरोह का वांछित अभियुक्त गाजियाबाद सेक्टर एक निवासी विमल कुमार गुप्ता को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पास से 77 डाटा शीट, एक मोबाइल, एक आधार और 310 रूपए बरामद किए गए है।
एसटीएफ, को संगठित गिरोहों की सूचना प्राप्त होने पर इस गिरोह के सरगना सहित नौ सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए ठगी के 26,04,300 रूपए बरामद किए गये थे। इस गिरोह के कुछ सक्रिय सदस्य फरार हो गये थे, जिनकी गिरफ्तारी हेतु विशाल विक्रम सिंह प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ था कि थाना कृष्णानगर कमिश्नरेट लखनऊ में आशा मिश्रा द्वारा एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया था, जिसमें उल्लेख किया गया था कि कुछ व्यक्ति इंश्योरेंस अधिकारी बनकर इंश्योरेंस में बोनस दिलाने, एजेन्ट कोड हटवाने व बन्द पालिसी का क्लेम दिलाने का झांसा देकर उनसे पिछले 06 माह के अन्दर इन्श्योरेन्श एजेन्टों द्वारा अपने कमीशन के लिए 22 लाख रूपए की भारती एक्सा लाइफ व मैक्स लाइफ इन्श्योरेन्श की 13 बीमा पालिसी धोखे से करा ली गयी है, जिसके सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा इसी साल 29 अप्रैल को सरगना देवेन्द्र सिंह सहित 09 सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था तथा कुछ सदस्य गिरफ्तारी के डर से फरार हो गये थे, जिनकी गिरफ्तारी के सम्बन्ध में अभिसूचना संकलन के कार्यवाही की जा रही थी।
तभी विश्वस्त सूत्रों से जानकारी हुई कि इस गिरोह का एक फरार सदस्य मोतीनगर, दिल्ली में एक काल सेंटर चला रहा है तथा पूर्व की भाँति ठगी के कार्य में अभी भी लिप्त है। मुखबिर से प्राप्त इस सूचना पर थाना कृष्णानगर, लखनऊ में पंजीकृत उपरोक्त अभियोग के विवेचक को साथ लेकर मरकरी इंश्योरेन्स ब्रोकर्स, प्रा0लि0 के कार्यालय एच-2, प्रथम तल, कैलाश पार्क, मोतीनगर, दिल्ली में पहुँच कर उपरोक्त अभियुक्त को उसके कार्यालय से ही गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।
रिपोर्टः पवन सिंह चौहान
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