Bangladesh: अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने आज अपदस्थ बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। शेख हसीना और अन्य पर जुलाई और अगस्त में भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान सामूहिक हत्याओं का आरोप है। ढाका ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, न्यायाधिकरण ने आज न्यायिक कार्यवाही की औपचारिक शुरुआत के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया। न्यायाधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एमडी गुलाम मुर्तुजा मजूमदार की पीठ में कार्यवाही सुबह 11:30 बजे शुरू हुई। न्यायाधिकरण की अभियोजन टीम ने हसीना सहित 50 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का अनुरोध किया।
हसीना सहित सभी को वापस लाने की तैयारी
इस आंदोलन से संबंधित 60 से अधिक शिकायतें हसीना, उनकी अवामी लीग पार्टी और गठबंधन के 14 अन्य नेताओं, पत्रकारों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के पूर्व शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में दर्ज की गई हैं। इससे पहले न्यायाधिकरण के मुख्य अभियोजक एडवोकेट ताजुल इस्लाम ने रविवार को कहा था कि जुलाई में सामूहिक हत्याओं के आरोपियों के खिलाफ इस सप्ताह गिरफ्तारी वारंट और यात्रा प्रतिबंध की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा था कि हसीना समेत भगोड़ों को वापस लाने के लिए इंटरपोल की मदद ली जाएगी।
दो करीबी नेता और एक पूर्व नौकरशाह गिरफ्तार
पूर्व खाद्य मंत्री साधन चंद्र मजूमदार, पूर्व गृह सचिव जहांगीर आलम और पूर्व कृषि मंत्री अब्दुर रज्जाक, जो बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के करीबी हैं, को मोहम्मदपुर और अदाबोर पुलिस थानों में दर्ज दो मामलों में गिरफ्तार किया गया।
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बांग्लादेश के अखबार द डेली स्टार के अनुसार, ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट एमडी अली हैदर ने मोहम्मदपुर पुलिस थाने के सब-इंस्पेक्टर रकीब हसन के अनुरोध पर जहांगीर और साधन चंद्र को अदालत में पेश करने का आदेश पारित किया। दोनों पर 19 जुलाई को आंदोलन के दौरान इस्माइल कायेश उर्फ फैसल की हत्या का प्रयास करने का आरोप है। कायेश ने 24 सितंबर को मोहम्मदपुर थाने में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, साधन, जहांगीर और 56 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
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