नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के पास सेना का एक हेलीकॉप्टर ध्रुव गुरुवार को क्रैश ( Army helicopter crash) हो गया। बताया जा रहा है कि इस हेलिकॉप्टर में भारतीय सेना के तीन अफसर सवार थे। इस हादसे दोनों पायलटों और एक अन्य कर्मी को चोटें आईं, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। हादसे के बाद तीनों को इलाज उधमपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका चल रहा है। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में अभियान पर था।
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भारतीय सेना के उत्तरी कमान मुख्यालय ने अपने बयान में कहा कि आज सुबह करीब 11:15 बजे आर्मी एविएशन के एक ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ सेक्टर में मरुआ नदी के तट पर एक ऑपरेशनल मिशन पर एहतियातन लैंडिंग की। पायलटों ने तकनीकी खराबी के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को सूचित किया था और एहतियाती लैंडिंग के लिए आगे बढ़ रहे थे। उबड़-खाबड़ जमीन, अंडरग्रोथ और लैंडिंग क्षेत्र की तैयारी की कमी के कारण हेलीकॉप्टर ( Army helicopter crash) ने स्पष्ट रूप से कठिन लैंडिंग की।
बचाव टीमें मौके पर पहुंची
भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया और सेना की बचाव टीमें मौके पर पहुंच गईं। विमान में दो पायलट और एक टेक्नीशियन सवार थे। तीनों घायल कर्मियों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया है। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का मलबा एक नाले के किनारे मिला है। उड़ान के दौरान हुई तकनीकी खराबी के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है, इसलिए इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
दरअसल जम्मू-कश्मीर पिछले कई दिनों से मौसम खराब चल रहा है और दृश्यता भी बहुत कम है। खराब मौसम और क्षेत्र के उबड़-खाबड़ इलाके के कारण सीमा क्षेत्र में सैनिकों को राशन या अन्य आपूर्ति का एकमात्र स्रोत हेलीकॉप्टर बन जाते हैं। दूर-दराज और पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां मोबाइल फोन की कनेक्टिविटी नहीं है। क्षेत्र में पिछले दो-तीन दिनों से बारिश, बर्फबारी और बादल छाए रहने का सिलसिला बना हुआ है।
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