Bengal: शिक्षक भर्ती के अलावा इन विभागों में भी हुआ भ्रष्टाचार, जांच में चौंकाने वाला खुलासा

0
44

कोलकाता: पश्चिम बंगाल  (Bengal) के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल के युवा नेता कुंतल घोष को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जहां इस बात का पता चला है कि न केवल शिक्षा विभाग बल्कि अन्य विभागों की नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार हुआ है। दरअसल, हुगली के खानाकुल निवासी 54 वर्षीय अरुण नाम के शख्स ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने कुंतल के हस्ताक्षर वाला चेक बैंक में जमा कराया जो बाउंस हो गया।

अरुण ने बताया कि उसने संतू नाम के एक तृणमूल नेता को अपनी जमीन बेचकर और अपनी पत्नी के गहने गिरवी रखकर अपने बड़े बेटे रिजू (26 वर्ष) को कृषि विभाग में और रिंशु (24 वर्ष) को कृषि विभाग में नौकरी दिलाने के लिए 10 लाख रुपये का कर्ज दिया था 50 रुपये के स्टांप पेपर पर दस्तखत कर सहमति बनी कि नौकरी नहीं हुई तो पैसा वापस कर दिया जाएगा। संतू, रिजू के मित्र का मामा है। उसने कुंतल के बारे में बताया था और स्टांप पेपर पर हामी भर दी थी कि हर हाल में नौकरी मिलेगी। 2021 में अरुण ने पहले पत्नी के जेवर गिरवी रखे, फिर जमीन बेचकर सारे पैसे दे दिए लेकिन नौकरी नहीं मिली। जब संतू ने रुपये मांगे तो उसने कुंतल के हस्ताक्षर वाला चेक दिया, जो बाउंस हो गया।

यह भी पढ़ें-बर्फ की सफेद चादर में लिपटे पहाड़, जम्मू- कश्मीर, हिमचाल और उत्तराखंड में बर्फबारी

अरुण बताते हैं कि उनके पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि अब कोर्ट ने कहा है कि जिन्होंने पैसे दिए हैं उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। पंचायत में बिल्टी कटर का काम करने वाले अरुण का कहना है कि दोनों बच्चे पढ़े-लिखे हैं लेकिन नौकरी नहीं मिली है। उनका बैठा बेरोजगार एक अलग ही बोझ है और दूसरी तरफ घर, जमीन और जेवर भी चले गए हैं। क्या करुँ समझ नहीँ आता। संतू की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इधर प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने भी घटना का संज्ञान लिया है। कृषि विभाग के अलावा नौकरी के नाम पर पैसे लेने के खुलासे के बाद तृणमूल कांग्रेस ने चुप्पी साध ली है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)