Annakut Festival: दीपावली के बाद गोवर्धन पूजा के साथ शुरू हुए अन्नकूट महोत्सव के तहत ठाकुरजी व अन्य देवी-देवताओं को 56 भोग अर्पित किए जा रहे हैं। शहर के कई मंदिरों में 56 भोग अर्पित कर विश्व कल्याण की प्रार्थना की गई। भगवान श्रीकृष्ण ने आठ दिनों तक गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठा रखा था। उसी मान्यता के अनुसार 56 भोग अर्पित किए जाते हैं।
झांकियां सजाने के साथ संक्रीर्तन का आयोजन
इसके लिए हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिरों में अन्नकूट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर अन्नकूट भोग के दर्शन कर रहे हैं। विभिन्न वैष्णव मंदिरों व देवालयों में अन्नकूट का आयोजन किया जा रहा है तथा भगवान को विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया जा रहा है। गुरुवार को रातानाडा शिव रोड स्थित श्री सिद्ध नागेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं के सहयोग से अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। व्यवस्थापक निकिता जोशी व शिवानी जोशी ने बताया कि अन्नकूट की झांकी सजाई गई तथा संकीर्तन का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को यहां लगेगा अन्नकूट का भोग
चांदपोल गोवर्धन तालाब स्थित हनुमानगढ़ बालाजी मंदिर में 15 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। इसमें 1100 दीपों की माला सजाई जाएगी। हनुमानगढ़ बालाजी पर्यावरण सेवा संस्थान के संरक्षक धर्मसिंह कच्छवाहा ने बताया कि भजनों के साथ सुंदरकांड का पाठ भी किया जाएगा।
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वहीं, शुक्रवार को पुराने परिसर के सामने स्थित श्री पीपेश्वर महादेव मंदिर में कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के पावन अवसर पर ब्रह्मलीन महंत शिवचेतनगिरी महाराज एवं मंदिर के महंत एवं संस्थापक श्रीधरगिरी महाराज के दिव्य आशीर्वाद से मंदिर समिति सदस्यों एवं श्रद्धालुओं की श्रद्धा के साथ अन्नकूट मनोरथ का आयोजन किया जाएगा। महंत श्रीधरगिरी महाराज ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर 3 बजे से अन्नकूट दर्शन, भजन-कीर्तन के साथ संध्या आरती एवं रात्रि 10 बजे पूर्णाआरती होगी। शनिवार को मंदिर परिसर में प्रसादी वितरण किया जाएगा।
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