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Blue whale : समंदर के किनारे बहकर आई ब्लू व्हेल, विशालकाय मछली को देखने उमड़े लोग

Blue Whale Blue Whale: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में बंगाल की खाड़ी के किनारे एक बड़ी मछली बहकर आ गई है, जिसे ब्लू व्हेल कहा जा रहा है। संथाबोम्माली मंडल में मेघावरम समुद्र तट पर मरी हुई मछलियाँ बहकर किनारे पर आ गईं। आशंका जताई जा रही है कि ये व्हेल समुद्र में किसी जहाज से हादसे का शिकार हुई होगी। मछुआरों का कहना है कि यह एक दुर्लभ मछली है। उन्हें संदेह है कि उथले पानी में उतरने से उसकी जान चली हो होगी। यह (Blue Whale) मछली करीब 25 फीट लंबी और पांच टन वजनी है। वहीं इस विशालकाय मछली को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। कई लोग सेल्फी लेते दिखे. कुछ मछुआरों ने 2021 में विशाखापत्तनम के तांतडी समुद्र तट पर मछली पकड़ने के दौरान फंसी एक शार्क को बचाया। अधिकारियों के अनुसार यह एक व्हेल शार्क थी। जिसे वापस समुद्र में डाल दिया गया था। ये भी पढ़ें..Flood havoc: हैदराबाद-विजयवाड़ा हाईवे पर भरा पानी, वाहनों की आवाजाही रुकी हर रोज 3600 मछलियों का करती है सेवन दरअसल ब्लू व्हेल को धरती पर सबसे बड़ा जीव माना जाता है। ब्लू व्हेल (Blue Whale) एक स्तनपायी जानवर है। यह इतना विशालकाय होता कि हाथी भी इसके सामने बौने दिखाई देते हैं। ब्लू व्हेल का वजन करीब चार लाख पाउंड होता है। मतलब एक ब्लू व्हेल मछली का वजन 33 हाथियों के बराबर होता है। इसकी लंबाई ब्राजील के रियो डी जनेरियो में स्थित ईसा मसीह की मूर्ति जितनी है। इसका दिल एक छोटी कार के बराबर है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ब्लू व्हेल की जीभ का वजन लगभग एक अफ्रीकी हाथी के वजन के बराबर होता है और खोपड़ी की लंबाई 5.8 मीटर है। इसके अलावा जहां सबसे बड़े डायनासोर के कंकाल की लंबाई 27 मीटर के करीब है। वहीं, ब्लू व्हेल का आकार 30 मीटर तक होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ब्लू व्हेल फीडिंग के मौसम में हर रोज 3600 मछलियां खा जाती है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)