लखनऊः राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में उत्तर प्रदेश में क्षय उन्मूलन कार्यक्रम-प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति बेहद संवेदनशील है। देश के प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2025 तक भारत से क्षयरोग समाप्त करने के लिए व्यापकता से कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश एक बड़ी जनसंख्या वाला राज्य है, इसलिए यहाँ इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता और दृढ़संकल्प होकर कार्य किया जाना जरूरी है। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन, उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय द्वारा प्रदेश में क्षय रोगियों को जनपदवार गोद लिए जाने की संख्या, स्वस्थ रोगियों की संख्या तथा चिकित्साधीन रोगियों की संख्या के आधार पर राज्यपाल के समक्ष विवरण प्रस्तुत किया गया। राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण में विविध कमियों को लक्षित करते हुए सुधार के सुझाव दिए।
उन्होंने निर्देश दिया की वर्ष 2019 से अब तक प्रदेश में क्षय रोगियों की संख्या और स्वस्थ हुए रोगियों की संख्या की जनपदवार अलग रिपोर्ट बनाई जाए। उन्होंने गत वर्ष विश्व क्षय रोग दिवस 24 मार्च, 2021 पर एक दिन में प्रदेश भर में गोद लिए गए क्षय रोगियों का जनपदवार विवरण और उनकी स्वास्थय प्रगति की एक अलग रिपोर्ट बनाने का निर्देश भी दिया। इसी के साथ उन्होंने गत एक वर्ष में प्रदेश के कुल क्षय रोगियों की जनपदवार संख्या और उनके स्वास्थय प्रगति की मासिक रिपोर्ट बनाने का निर्देश भी दिया। आनंदीबेन पटेल द्वारा प्रदेश में क्षय रोग उन्मूलन के लिए क्षय रोगियों को पोषण व्यवस्था और चिकित्सा सहायता हेतु गोद लेने पर अभियान चलाकर कार्य किया जा रहा है। वे स्वयं भी प्रदेश को वर्ष 2024 तक क्षय मुक्त बनाने की प्रेरणा देकर प्रतिबद्धता से कार्य कर रही हैं। अपने प्रत्येक जनपद भ्रमण, कार्यक्रमों और बैठकों में राज्यपाल ने बड़े स्तर पर टीवी के मरीजों को उनके स्वस्थ होने तक गोद लेने के लिए प्रेरित किया गया और समय-समय पर गोद लिए टीवी मरीजों की स्वास्थय प्रगति की समीक्षा भी की। इसी क्रम में उन्होंने सक्षम अधिकारियों, विश्वविद्यालयों, स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा गोद लिए क्षय रोगियों के स्वस्थ हो जाने पर पुनः नए रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित किया।
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बैठक में अपर मुख्य सचिव, अमित मोहन प्रसाद ने भारत में सर्वाइकल कैंसर रोकथाम के लिए वैक्सीन उत्पादन की जानकारी दी। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं में इसकी रोकथाम के लिए केन्द्र को वैक्सीन खरीद का प्रस्ताव दिया जाए। उन्होंने बैठक में प्रसव के दौरान मातृ-मृत्यु के कारणों तथा स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रमों पर भी चर्चा की। बैठक में मिशन निदेशक एवं एनएचएम ने बताया कि प्रदेश की राज्यपाल ने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की मानीटरिंग के लिए राजभवन में डॉ. अमित कुमार, चिकित्साधिकारी के साथ एक सहायक स्टाफ को सम्बद्ध कर दिया गया है।
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