बिहार में अनजान बीमारी ने ली कई मासूमों की जान, जांच में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम

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Bihar, अररियाः अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड अंतर्गत मझुआ पूरब पंचायत के चिरवाहा वार्ड नंबर 11 में पिछले एक पखवाड़े से अज्ञात कारणों से बच्चों के बीमार होने और उनकी मौत के मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय विशेष राज्यस्तरीय टीम आज प्रभावित गांव पहुंची। विशेष जांच टीम ने प्रभावित गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनसे घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। साथ ही टीम ने स्थानीय ग्रामीणों और स्वास्थ्य अधिकारियों से संभावित कारणों के बारे में आवश्यक पूछताछ की।

स्वास्थ्य विभाग ने लिए कई तरह के सैंपल

बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए टीम के सदस्यों ने गांव की भौगोलिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों का भी जायजा लिया। प्रभावित गांव के अलग-अलग जगहों से कई तरह के सैंपल लिए गए, ताकि सही कारणों तक पहुंचा जा सके। अररिया के सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि पूरे गांव को सैनिटाइज किया गया है और उन्होंने बताया कि ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया जा रहा है। साथ ही गांव के स्कूल में हमारी स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे तैनात है।

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बच्चों की मौत से इलाके में दहशत का माहौल

प्रथम दृष्टया चिकनगुनिया से मौत का यह मामला सामने आ रहा है। टीम हर स्तर पर जांच कर रही है और इसकी रोकथाम का काम भी शुरू किया जाएगा। हालत बिगड़ने पर बच्चे को हायर सेंटर ले जाने के लिए गांव में 24 घंटे एंबुलेंस सेवा उपलब्ध है। आज पटना से विशेषज्ञों की टीम आई है और वे इन मासूम बच्चों की मौत के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। बच्चों की मौत से इलाके में दहशत का माहौल है।

आठ सदस्यीय इस टीम में राज्य सर्वेक्षण पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार, डब्ल्यूएचओ के राज्य प्रतिनिधि डॉ राजेश वर्मा, कीट विज्ञानी प्रशांत कुमार, पूर्वी चंपारण डीवीबीडीसी अभिषेक कुमार, शिवहर डीवीबीडीसी मोहन कुमार, मधेपुरा डीवीबीडीसी मुकेश कुमार उपाध्याय, सीवान डीवीबीडीसी नीरज कुमार सिंह, सीवान डीवीबीडीसी जावेद मियांदाद शामिल थे।

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