कोलकाताः चुनाव की दहलीज पर खड़े पश्चिम बंगाल में परिवर्तन यात्रा के पांचवें चरण की शुरुआत करने बंगाल पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को शरणार्थी मछुआरे के घर भोजन किया। नामखाना में परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद वह पास में ही नारायणपुर गांव में ई-रिक्शा से पहुंचे जहां सुब्रत विश्वास के घर खाना खाया।
खास बात यह है कि सुब्रत काफी गरीब हैं और जिस क्षेत्र में उनका घर है वहां चार चक्का गाड़ी जाने की जगह नहीं थी। इसलिए कुछ दूर पहले ही अमित शाह के काफिले को रोकना पड़ा और आगे जाने के लिए उन्हें ई-रिक्शा का सहारा लेना पड़ा। सुब्रत के घर पहुंचने के बाद शाह ने ई-रिक्शा चालक से भी काफी देर तक बात की और उन्हें धन्यवाद दिया। उनके कार्यों के बारे में समझा और आवश्यकता पड़ने पर मदद का आश्वासन दिया।
उनके साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और बंगाल प्रभारी तथा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी भोजन किए हैं। अमित शाह ने जमीन पर बैठकर पीतल की थाली में दाल, चावल, शूक्तो, आलू भुजिया, आलू फुलगोबी की सब्जी, बैगन की भुजिया, पनीर की सब्जी, संदेश, मिठाई, पापड़, चटनी आदि खाया।
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इस अवसर पर महिलाएं शंख बजाकर अमित शाह का स्वागत किया। सुबह से ही सुब्रत विश्वास के घर में उत्साह का माहौल था और सुबह से ही खाना बनाने की तैयारी की जा रही थी। इसके मद्देनजर कड़ी सुरक्षा की भी व्यवस्था की गई थी।