America: अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं जिसकी वजह से इन दिनों राजनीतिक माहौल गर्म है और राष्ट्रपति उम्मीदवारों के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। अब इसी बीच राष्ट्रपति पद के भारतीय अमेरिकी उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अयोग्यता वापस न लिए जाने की स्थिति में कोलोराडो प्राथमिक मतदान से अपना नाम वापस लेने की प्रतिज्ञा की है।
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रामास्वामी का ये कदम कोलोराडो सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीते मंगलवार को ट्रम्प को प्रांत के राष्ट्रपति पद के प्राथमिक चुनाव में भाग लेने से प्रतिबंधित करने के बाद आया है। अदालत ने फैसला सुनाया कि, वो 6 जनवरी 2021 को ‘विद्रोह’ में शामिल थे।
ट्रम्प के समर्थन में उतरे रामास्वामी
रामास्वामी ने अपने रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के प्रतिद्वंद्वी के समर्थन में दृढ़ता से आगे आते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि, ये लोकतंत्र पर वास्तविक हमले का उदाहरण है। एक अमेरिकी की प्रकृति और संविधान के विरुद्ध अभूतपूर्व निर्णय है। डेमोक्रेट न्यायाधीशों का एक समूह कोलोराडो में ट्रम्प को रोक रहा है।
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उन्होंने कहा कि, ट्रम्प को प्रांत की चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति नहीं देने की स्थिति में मैं कोलोराडो जीओपी प्राइमरी से हटने की प्रतिज्ञा करता हूं। उन्होंने अपने साथी रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों- रॉन डेसेंटिस, क्रिस क्रिस्टी और निक्की हेली से भी तुरं” ऐसा करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने में उनकी विफलता का मतलब होगा कि, वे इस अवैध पैंतरेबाज़ी का मौन समर्थन कर रहे हैं। जो देश के लिए विनाशकारी परिणाम होंगे। शीर्ष अदालत ने 6 जनवरी 2021 के हमले में ट्रम्प की भूमिका का हवाला दिया जब समर्थकों की भीड़ ने अमेरिकी कांग्रेस पर उनके आग्रह और निर्देश पर हमला किया। जिससे सांसदों को जो बाइडेन को अगले राष्ट्रपति के रूप में प्रमाणित करने से रोका जा सके।
बता दें कि ये फैसला अमेरिकी संविधान के संशोधन 14 के तहत आया है, जो विद्रोह में शामिल लोगों को राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने से रोकता है। रामास्वामी ने कहा के, ‘राष्ट्रपति ट्रंप को इस चुनाव में भाग लेने से रोकने के लिए हर तरह की कोशिश करने के बाद द्विदलीय प्रतिष्ठान अब उन्हें दोबारा पद संभालने से रोकने के लिए एक नई रणनीति अपना रहा है।
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