लवीव: यूक्रेन पर हमले के 18वें दिन जारी युद्ध में रूस ने यूक्रेनी सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर रविवार को पोलैंड सीमा के नजदीक बड़ा हवाई हमला करते हुए 35 सैन्यकर्मियों को मार डाला है। इस हमले में 134 लोग घायल भी हुए हैं जिनमें कई की हालत गंभीर है। जिस स्थान पर हमला हुआ वह पोलैंड की सीमा से 25 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित है। पोलैंड नाटो का सदस्य देश हैं और वहां पर अमेरिका समेत कई देशों के सैनिक भी तैनात हैं।
नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि नाटो का कोई सदस्य देश रूसी हमले की चपेट में आया तो सैन्य गठबंधन कार्रवाई करेगा। इस बीच राजधानी कीव को घेरे रूसी सेना आगे बढ़ते हुए उसके और करीब पहुंच गई है। दोनों पक्षों में भीषण लड़ाई जारी है।
यूक्रेन के पश्चिमी इलाके में अपेक्षाकृत कम हमले करने वाली रूसी सेना ने रविवार को वहां बड़ा हमला किया। यूक्रेन सरकार के अनुसार हमले के शिकार हुए यावोरिव इंटरनेशनल सेंटर फार पीसकीपिंग एंड सिक्युरिटी में अभी कोई विदेशी प्रशिक्षक मौजूद नहीं था। लेकिन पूर्व में यहां पर कई विदेशी प्रशिक्षक रहे हैं और वे यूक्रेन के सैनिकों और युवाओं को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देते रहे हैं।
रीजनल गवर्नर मैक्सिम कोजित्सकी के अनुसार रूसी सेना ने प्रशिक्षण केंद्र पर 30 मिसाइलें छोड़कर उसे बुरी तरह से तबाह कर दिया है। करीब 360 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला यह केंद्र यूक्रेन के सबसे बड़े सैन्य प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय ने इस हमले पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। पश्चिमी यूक्रेन में एक हवाई अड्डे को भी निशाना बनाए जाने की सूचना है।
रूसी सैनिकों ने रविवार को वासीलिव्का जिले के निप्रोरूडेन इलाके के मेयर का अपहरण कर लिया। यह जानकारी यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने दी है। उन्होंने कहा, रूसी सेना यूक्रेन में अब आतंकियों जैसा व्यवहार कर रही है। इससे पहले रूसी सैनिक मेलिटोपोल के मेयर का अपहरण कर उनके स्थान पर कार्यकारी मेयर की नियुक्ति कर चुके हैं।
यूक्रेनी सुरक्षा बलों ने दावा किया है कि खेरसोन इलाके में उन्होंने रूसी सेना के दो हेलीकॉप्टर मार गिराए हैं। इनमें से एक का पायलट घायल अवस्था में पकड़ लिया गया है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरयाना वेरेशचुक ने बताया है कि पिछले 24 घंटों में सुरक्षित गलियारे के जरिये 13 हजार नागरिक निकलकर सुरक्षित स्थानों पर गए हैं। यूक्रेन से पलायन करने वालों की संख्या बढ़कर करीब 26 लाख हो गई है।
रूस और यूक्रेन के बीच चौथे दौर की वार्ता 14 या 15 मार्च को बेलारूस में हो सकती है। यह जानकारी यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ने दी है।
यूक्रेन की मानवाधिकार मामलों की लोकपाल ल्यूडमिला डेनीसोवा ने आरोप लगाया है कि रूस यूक्रेनी शहरों पर हमले में फास्फोरस बम का इस्तेमाल कर रहा है। आरोप है कि शनिवार-रविवार की रात पोपास्ना शहर पर हमले में इन बमों का इस्तेमाल किया गया। फास्फोरस बम से काफी बड़ी जगह में आग लग जाती है और उससे जान-माल का भारी नुकसान होता है।