वाशिंगटन: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वाशिंगटन डीसी में अपने अमेरिकी समकक्ष रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ सोमवार को द्विपक्षीय बैठक की। भारत-अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता के तहत हुई इस बैठक से पहले अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने वाशिंगटन के पेंटागन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
द्विपक्षीय बैठक के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि आज पेंटागन में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ शानदार मुलाकात हुई। हमने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के सभी पहलुओं और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। राजनाथ सिंह ने कहा कि वाशिंगटन में व्हाइट हाउस में आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। भारत-अमेरिका ने वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने संबोधित किया।
राजनाथ सिंह और ऑस्टिन के बीच हुई बैठक के बाद रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने प्रमुख रक्षा साझेदारी को गहरा करने और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में गुणवत्ता और दायरे को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने सैन्य-से-सैन्य जुड़ाव, सूचना साझाकरण, उन्नत रसद सहयोग और संगत संचार व्यवस्था के तहत सशस्त्र बलों की क्षमता की समीक्षा की। इस संदर्भ में विशेष ऑपरेशन बलों का घनिष्ठ सहयोग प्रमुखता से सामने आया। दोनों ने रक्षा उद्योगों के बीच घनिष्ठ सहयोग के तरीकों पर चर्चा की।
अमेरिकी कंपनियों को किया गया आमंत्रित
रक्षा मंत्रालय ने भारत और अमेरिकी कंपनियों के बीच सह-विकास, सह-उत्पादन की आवश्यकता को रेखांकित किया और रक्षा उपकरणों के निर्माण और रखरखाव के लिए अमेरिकी कंपनियों को भारत में आमंत्रित किया। दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति के सभी पहलुओं की समीक्षा की। दोनों मंत्रियों ने हिंद-प्रशांत और व्यापक हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी के महत्व को स्वीकार किया।
राजनाथ सिंह पांच दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर हैं, जिसमें भारत-अमेरिका के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता शामिल है। रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ टू प्लस टू वार्ता में हिस्सा लेंगे।
बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछली टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता अक्टूबर 2020 में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने पिछले साल सितंबर में वाशिंगटन में द्विपक्षीय टू प्लस टू अंतर-सत्रीय बैठक की और दक्षिण एशिया, भारत-प्रशांत क्षेत्र और पश्चिमी हिंद महासागर में विकास पर आकलन का आदान-प्रदान किया था।