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नई दिल्लीः कोरोनाकाल में अस्पतालों में बढ़ी भीड़ और महंगे इलाज को देख लोग बचाव के लिए घरेलू उपचार पर जोर दे रहे हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के साथ मधुमेह, डायरिया का भी इलाज लोग पेड़-पौधों की जड़ों और पत्तियों से कर रहे हैं। घरेलू उपचार में अमरूद के पत्तियों का भी बड़ा महत्व है। अमरूद के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं।
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त्वचा, बाल की देखभाल के लिए भी अमरूद की पत्तियों का रस पीना या फिर छोटी-मुलायम पत्तियों को चबाना बेहद फायदेमंद होता है। अमरूद की पत्तियां वजन घटाने में मददगार होती है। मधुमेह के रोगियों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद होता है। इसके अतिरिक्त ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में सहायक होता है। और डायरिया की रोकथाम, पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में सहायक, मुह के छालें और दांत दर्द दूर करने में भी अमरूद की पत्तियां फायदेमंद साबित होती है। दांत दर्द में अमरूद की पत्तियों के साथ थोड़ा सेंधा नमक डालकर गरम करने के बाद गरारा करने से राहत मिलती है।
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इसके साथ ही अमरूद का फल भी स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभयदायक होता है। बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अमरूद का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसमें दूध को बढ़ाने वाले गुण पाये जाते हैं। इसके साथ ही पौरुष बढ़ाने, शुक्राणु बढ़ाने और मस्तिष्क को सबल करने के प्रभावी गुण भी अमरूद में मौजूद होते हैं। मुँह में छाले होने पर, मस्तिष्क एवं किडनी के संक्रमण, बुखार, मानसिक रोगों तथा मिर्गी आदि में इनका सेवन लाभप्रद होता है।