लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के उच्च चिकित्सा संस्थानों को पूरी क्षमता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही ऑपरेशन भी जारी रखने को कहा है। मुख्यमंत्री ने लोकभवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस) जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करें। सर्जरी आदि की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से चलती रहे। मरीजों और उनके परिजनों को हर आवश्यक सुविधा मुहैया कराई जाए।
उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा अब समाप्ति की ओर है। एक्टिव केस न्यूनतम हैं, रिकवरी रेट 98 फीसदी से अधिक है। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया चल रही है। 11 और 12 फरवरी को अगला टीकाकरण होगा। इस सम्बन्ध में आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा कर ली जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 फरवरी को बहराइच में महाराजा सुहेलदेव की जयंती भव्य रूप से मनायी जाएगी। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली सहभागिता करेंगे। भव्य कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि इसी तरह जनपद मथुरा में प्रस्तावित ‘संत समागम’ की महत्ता के दृष्टिगत कार्यक्रम स्थल पर आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाएं। कोविड टेस्टिंग, शौचालय, पेयजल आदि के प्रबंध कराए जाएं। संतगणों के साथ संवाद बनाए रखा जाए। उन्होंने लोगों की विभिन्न समस्याओं को लेकर कहा कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति अपनी समस्याओं को लेकर सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कभी भी सम्पर्क कर सकता है। हेल्पलाइन पर थाना अथवा तहसीलस्तरीय शिकायतों का भी तत्परता से संज्ञान लेते हुए त्वरित निराकरण कराया जाए। हेल्पलाइन के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए।
यह भी पढ़ें- भारतीय दवा निर्माता कंपनी अमेरिका में भरेगी 3 अरब रुपये का…
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रोजगार सृजन को लेकर कहा कि मिशन रोजगार सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इससे सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा की जाए। जिला स्तर पर भी इस दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए। रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं से फीडबैक भी प्राप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि वहीं मिशन शक्ति का पहला चरण अत्यन्त सफल रहा है। अब दूसरे चरण की तैयारी की जाए। 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष आयोजन की कार्ययोजना तैयार की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा के पीड़ित परिवारों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार पूरी संवेदना के साथ खड़ी है। पीड़ित परिवारों से जिला प्रशासन तत्काल भेंट करे तथा आवश्यकतानुसार सहायता उपलब्ध कराए। घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए।