दोस्ती के लिए दांव पर लगाई जान, कट गया हाथ फिर भी Paris Paralympics में हासिल की जीत

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New Delhi: पेरिस पैरालंपिक में उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले अजीत सिंह यादव Ajit Singh Yadav ने अपने दाएं हाथ से भाला फेंक कर कामयाबी हासिल की। उनका बायां हाथ नहीं है। बता दें, पैरा खेलों में यह एथलीट किसी पहचान का मोहताज नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है जितने अजीत जितने अव्वल खेल में है उससे कई ज्यादा आगे दोस्ती निभाने में भी हैं।

लोगों के लिए मिसाल बनें अजीत  

बता दें, उत्तर प्रदेश का एक जिला इटावा। यहां के एक छोटे गांव से निकलकर दुनियाभर में अपने परिवार और भारत का नाम रौशन करने वाले पैरा एथलीट अजीत सिंह यादव Ajit Singh Yadav उन लोगों के लिए मिसाल हैं, जो अपनी जिंदगी में अनचाहे हादसे को कोसते रहते हैं और कभी आगे बढ़ने की कोशिश नहीं करते हैं।

ट्रेन हादसे में कटा हाथ 

बता दें, अजीत सिंह यादव Ajit Singh Yadav का जन्म 5 सितंबर 1993 को हुआ था, साल 2017 तक वो आम लोगों की तरह सामान्य जीवन जी रहे थे लेकिन 2017 में घटी एक घटना में दोस्त की जान बचाने के चक्कर में वो एक बड़े हादसे का शिकार हो गए। दरअसल, ट्रेन की चपेट में आकर उनका बांया हाथ कट गया। इस भयानक हादसे के बाद उनका इलाज कराया गया और मात्र 4 महीने बाद ही वो हरियाणा के पंचकूला में हुए पैरा एथलेटिक्स जूनियर नेशनल में उन्होंने हिस्सा लिया। और यहीं से उनके शानदार सफर की कहानी शुरु हो गई।

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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हासिल की जीत  

इसके बाद साल 2019 में अजीत सिंह यादव Ajit Singh Yadav को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिला। उन्होंने बीजिंग (चीन) में आयोजित 7वीं विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। अजीत यही नहीं रुके, इसके बाद उन्होंने साल 2019 में दुबई में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। हालांकि, वो टोक्यो में मेडल नहीं जीत पाए थे लेकिन पेरिस में उन्होंने शानदार वापसी की।

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