नई दिल्लीः मोदी सरकार 3.0 में अजीत डोभाल (Ajit Doval ) लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) बनाया गया है। इसके साथ ही रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पीके मिश्रा (PK Mishra) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पद पर बने रहेंगे। अजीत डोभाल और पीके मिश्रा दोनों का कार्यकाल पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के साथ ही पूरा होगा।
पीके मिश्रा बने रहेंगे पीएम मोदी के प्रधान सचिव
इस बाबत एक लेटर जारी कर कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल को एनएसए के रूप में नियुक्ति दी है। जबकि पीके मिश्रा को पीएम मोदी का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। पीके मिश्रा को उनके कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा।
इसके अलावा पूर्व आईएएस अधिकारी तरुण कपूर और अमित खरे भी अगले आदेश तक पीएम मोदी के सलाहकार बने रहेंगे। इस पत्र में आगे कहा गया है कि राष्ट्रीय नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त हो जाएगा।
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डोभाल और पीके मिश्रा पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद
बता दें कि एनएसए अजीत डोभाल और डॉ. पीके मिश्रा दोनों को प्रधानमंत्री मोदी के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक माना जाता है, क्योंकि दोनों 2014 में पीएम बनने से पहले से ही उनके साथ जुड़े हुए हैं। डॉ. पीके मिश्रा 1972 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जो भारत सरकार के कृषि सचिव के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद पिछले दो कार्यकालों से पीएम मोदी के साथ हैं।
जबकि 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी डोभाल आतंकवाद विरोधी मामलों और परमाणु मुद्दों के विशेषज्ञ हैं। डॉ. पीके मिश्रा को प्रधान सचिव और अजीत डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्त किए जाने के साथ ही, वे दोनों प्रधानमंत्री के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधान सलाहकार बन गए हैं।