नई दिल्लीः केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने मोदी सरकार के आम बजट को पर्यटन हितैषी बताया है। उन्होंने कहा है कि संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय का बजट बढ़ाए जाने से टूरिज्म सेक्टर का तेजी से विकास होगा। वहीं बजट में रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी पर जोर दिए जाने से भी टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। प्रहलाद सिंह पटेल पिछले काफी समय से देश में टूरिज्म डेस्टिनेशन को ग्लोबल स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। उनका फोकस लेह-लद्दाख और कारगिल पर खासतौर से है। वह केंद्र सरकार के पहले ऐसे मंत्री हैं, जो कारगिल जैसी जगह रात्रि विश्राम कर चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने सोमवार को आईएएनएस से बजट पर एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा, “मोदी सरकार के इस बजट में पहली बार आइकॉनिक साइट योजना के लिए बजट दिया गया है। पर्यटन मंत्रालय की दो महत्वपूर्ण योजनाओं ‘प्रसाद’ और ‘स्वदेश दर्शन’ को भी जारी रखा गया है। इससे कोरोना के कारण जिस टूरिज्म सेक्टर पर विपरीत असर पड़ा था, उसमें उछाल आएगा। बजट से पता चलता है कि मोदी सरकार का टूरिज्म सेक्टर पर फोकस है।”
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुताबिक, रेल, रोड और एयर कनेक्टिविटी का सीधा संबंध पर्यटन से होता है। देसी हो या विदेशी पर्यटक सभी शहरों की अच्छी कनेक्टिविटी चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री ने आईएएनएस से कहा, “हमें अपने टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स को इंटरनेशनल लेवल का बनाना होगा। लेकिन इसके लिए कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है। बजट में छोटे शहरों को, एयरपोर्ट अथॉरिटी के सुपुर्द करने की बात कही गई है। यह बहुत बड़ा फैसला है। दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों के तरफ कनेक्टिविटी करने की बहुत जरूरत है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।”
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने वेलनेस सेंटर के माध्यम से वेलनेस टूरिज्म को बल मिलने की भी बात कही। उन्होंने कहा, “वेलनेस टूरिज्म के लिए भारत सबसे पसंदीदा जगह है। हमारे पास योग, आयुष सब है। लेकिन, वेलनेस सेंटर की कमी थी। अब हजारों वेलेनेस सेंटर बनाने की बात है। इससे बड़े परिणाम आएंगे। यह बजट भारत में वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने वाला है।”