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देश के पहले अग्निवीर की शहादत पर परिवार को मिलेगी इतनी सहायता राशि, सियाचिन में थे तैनात

agniveer-gawate-akshay-laxman Agniveer Gawate Akshay Laxman- नई दिल्लीः भारतीय सेना में ऑपरेटर के पद पर तैनात अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण सियाचिन में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। वहीं भारतीय सेना ने अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण के बलिदान को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रम को देखते हुए स्पष्ट बयान जारी किया है। इसमें भारतीय सेना की ओर से कहा गया है, अग्निवीर (ऑपरेटर) गवाते अक्षय लक्ष्मण ने सियाचिन में ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी। दुःख की इस घड़ी में भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। मृतक के परिजनों को वित्तीय सहायता के संबंध में सोशल मीडिया पर परस्पर विरोधी संदेशों को देखते हुए, यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है कि परिजनों को देय परिलब्धियां सैनिक की सेवा के प्रासंगिक नियमों और शर्तों द्वारा शासित होती हैं। बता दें कि सियाचिन बॉर्डर पर अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण के बलिदान के बाद केंद्र सरकार ने अग्निवीर के परिवार के लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि का ऐलान किया है, जिसमें कई आर्थिक सहायता शामिल हैं।

जानें अग्निवीर सहायता पर परिवार को क्या मिलेगी मदद-

  • परिजनों को अंशदायी बीमा के रूप में 48 लाख रुपये मिलेंगे।
  • अग्निवीर के परिवार को 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी मिलेगी।
  • अग्निवीर के परिजनों को अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि (30 प्रतिशत) से एक राशि भी मिलेगी, जिसमें सरकार द्वारा समान योगदान और उस पर ब्याज भी शामिल होगा।
  • इसके अलावा, अग्निवीर की मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक, परिवार के सदस्यों को शेष कार्यकाल का पैसा भी मिलेगा। यह रकम 13 लाख से ज्यादा होगी।
  • अग्निवीर के परिजनों को सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से 8 लाख रुपये का योगदान दिया जाएगा।
  • आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) की ओर से 30 हजार रुपये की तत्काल वित्तीय सहायता।
  • कुल मिलाकर यह रकम 1 करोड़, 13 लाख रुपये से ज्यादा है।

 सेना ने भ्रम फैलाने वाली खबरों को लेकर जारी किया बयान

गौरतलब है कि पंजाब के अमृतपाल के आत्महत्या करने के पिछले मामले की तरह सोशल मीडिया पर गावटे अक्षय लक्ष्मण के बलिदान पर भ्रम फैलाने की कोशिशों के मद्देनजर सेना ने एक बयान जारी कर पूरी स्थिति स्पष्ट की। बड़ी बात यह है कि सोशल मीडिया पर न सिर्फ अनजान लोग बल्कि राहुल गांधी जैसे नेता भी ट्वीट कर यह बात फैलाने में लगे हुए थे कि सेना अग्निवीर योजना के तहत भर्ती किए गए जवानों के साथ भेदभाव कर रही है और उन्हें उचित सम्मान और हक नहीं मिल रहा है। भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इस दुष्प्रचार पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है और यह भी स्पष्ट किया है कि सेना में भर्ती किसी भी रूप में हो, बलिदान के मामले में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)