Mufti Khalid case, झांसीः विदेश से ऑनलाइन फंडिंग और ऑनलाइन क्लास चलाने के मामले में कल एनआईए (NIA) और एटीएस (ATS) की टीम ने कोतवाली क्षेत्र के सुपर कॉलोनी निवासी मुफ्ती को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। इस दौरान वहां जमा भीड़ ने पुलिस बल, एनआईए और एटीएस के साथ बदसलूकी की और मुफ्ती को हिरासत से खींचकर खींच लिया था।
Mufti Khalid case: गंभीर धाराओं में दर्ज किया केस
इस घटना में पुलिस ने 11 लोगों को नामजद करते हुए 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने आज एक नामजद आरोपी परवेज को गिरफ्तार कर लिया है। परवेज की गिरफ्तारी के बाद बलवा और बदसलूकी के अन्य आरोपी फरार हैं। इधर, पुलिस ने आरोपियों की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी और जीवन शाह तिराहा के पास से आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि देर रात एसएसपी सुधा सिंह ने बयान जारी कर कहा था कि मुफ्ती मामले में बवाल और दंगा करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। सभी को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं कल एसएसपी सुधा सिंह ने मुफ्ती खालिद के घर का निरीक्षण किया, हालांकि उनके घर पर ताला लगा हुआ था। एसएसपी ने फातिमा मस्जिद का भी निरीक्षण किया, जहां भीड़ मुफ्ती को मुक्त करने के बाद उसे छुपा कर ले गई थी।
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Mufti Khalid case: क्या है पूरा मामला
ऑनलाइन धार्मिक शिक्षा देने वाले मुफ्ती खालिद नदवी के शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित मुकरयाना मोहल्ले में स्थित घर पर एनआईए और एटीएस की टीम ने छापेमारी की। विदेशी फंडिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान जब पुलिस मुफ्ती खालिद नदवी को हिरासत में लेने लगी तो वहां मौजूद लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। साथ ही टीम ने मुफ्ती खालिद नदवी को जबरन छुड़ाने की कोशिश की।
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