न्यूयॉर्क: एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि एक प्रयोग से बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करके छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाया जा सकता है। साथ ही माता-पिता को भी बच्चों की इस लत से मुक्ति मिल सकती है।
प्रयोग में क्या बातें आई सामने
अमेरिकी शोधकर्ताओं की एक टीम ने एक दीर्घकालिक प्रयोग किया। इस प्रयोग से पता चला है कि छात्रों को केवल एक मिनट के लिए फोन का उपयोग करने की अनुमति देने से कक्षा के दौरान फोन का उपयोग कम हो सकता है और परीक्षा में उनके टेस्ट स्कोर में सुधार हो सकता है।
साउथर्न इलिनोइस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता और अध्ययन के पहले लेखक प्रोफेसर रयान रेडनर ने कहा, “हम दिखाते हैं कि प्रौद्योगिकी ब्रेक कॉलेज या कक्षा में सेल फोन के उपयोग को कम कर सकते हैं। यह कॉलेज की कक्षा में प्रौद्योगिकी ब्रेक का पहला मूल्यांकन है।”
शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन कक्षा सत्रों में प्रौद्योगिकी ब्रेक दिए गए थे, उनमें छात्रों ने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया (80 प्रतिशत से अधिक)। रेडनर ने कहा कि इसमें हमने देखा कि छात्र पढ़ाई करते समय कम विचलित हुए, जिससे वे बेहतर प्रदर्शन कर पाए।
फोन की लत को कम करने में प्रभावी
फोन का उपयोग बच्चों को विचलित कर सकता है। छात्र गैर-शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए दिन में 10 बार तक अपने फोन का उपयोग करते हैं। कक्षाओं में फोन की अनुमति नहीं है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने पूरे सत्र के दौरान एक, दो या चार मिनट के प्रौद्योगिकी ब्रेक के प्रभाव का बारीकी से मूल्यांकन किया। छात्रों को इन ब्रेक के दौरान अपने फोन का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी, लेकिन उन्हें सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित किया गया। ब्रेक कक्षा में 15 मिनट की पढ़ाई के बाद दिए गए।
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शोध के परिणामों से पता चला कि सिर्फ़ एक मिनट के प्रौद्योगिकी ब्रेक के दौरान, फोन का उपयोग सबसे कम था। छात्रों को सिर्फ़ एक मिनट के लिए फोन से दूर रखने से फोन का उपयोग सबसे कम हुआ, और यह तरीका फोन की लत को कम करने में सबसे प्रभावी है। इससे बच्चों का फोन का उपयोग कम हुआ है।
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