इटावा: प्रदेश में योगी सरकार की वापसी के अगले ही दिन शुक्रवार 11 मार्च को अधिकारियों में गौवंशों को लेकर चिंता बढ़ गयी है। जनपद में गौशालाओं में संरक्षित किए गये गौवंशों के लिए चारा, पानी की समुचित व्यवस्था किए जाने, निराश्रित गौवंशों को गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित किए जाने, संरक्षित किए गए गौवंशों की ईयर टैगिंग कराए जाने, संरक्षित किए गए गौवंशों की सूचना तत्काल उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए।
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मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार राय ने विकास भवन के सभागार में आज आयोजित बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंशों को गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाए, कोई भी गौवंश सड़कों पर इधर-उधर दिखाई न दे, गौवंशों के लिए भूसा की अभी से व्यवस्था की जाए, ताकि चारे की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि बार बार निर्देशों के बावजूद सड़कों पर निराश्रित गौवंश अभी दिखायी दे रहे है जो बहुत ही चिन्ताजनक है। इसलिए सुनिश्चित किया जाए, सभी गौ आश्रय स्थलों में क्षमता के अनुसार गौवंश संरक्षित किए जाएं, कहीं पर गौवंश सड़कों पर इधर उधर घूमते हुए दिखायी न दें। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीडीओ ने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों, पशु चिकित्साधिकारियों, अधीषासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायतों को निर्देशित किया है कि निराश्रित समस्त गौवंशों को संरक्षित कर उसकी सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी दीन दयाल वर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, डीसी मनरेगा, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त सहायक विकास अधिकारी, समस्त अधीषासी अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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