वाराणसीः ज्ञानवापी प्रकरण में सिविल जज सीनियर डिवीजन महेंद्र कुमार पांडेय की फास्ट ट्रैक कोर्ट में आदि विश्वेश्वर विराजमान के केस की सुनवाई शुक्रवार को टल गई। इस मामले में अब अगली सुनवाई की तिथि अदालत ने पांच जनवरी नियत की है।
विश्व वैदिक सनातन संघ की अंतर राष्ट्रीय महामंत्री किरन सिंह विसेन और अन्य के द्वारा दाखिल याचिका में ज्ञानवापी परिसर हिंदुओं को सौंपने, ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिमों का प्रवेश रोकने और वहां मिले कथित शिवलिंग की पूजा का अधिकार मांगा गया है। इस याचिका को अदालत ने सुनवाई योग्य माना है। वादी पक्ष के अधिवक्ताओं मानबहादुर सिंह, शिवम गौड़ और अनुपम द्विवेदी ने सुनवाई में अपना पक्ष रखने की तैयारी की थी। दाखिल याचिका पर 17 तारीखों पर पोषणीयता (मुकदमा सुनने योग्य है या नहीं) का आदेश आया था।
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मामले की सुनवाई के दौरान वादी और प्रतिवादी पक्ष की ओर से पांच बिंदुओं पर दलीलें दी गई। इसे सुनने के बाद अदालत ने आदेश जारी किया था कि याचिका सुनवाई योग्य है। 24 मई 2022 को सिविल जज सीनियर डिविजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया था। इसे अर्जेंट प्रकृति का मानकर अदालत ने इसे स्वीकार किया था। 25 मई को इस मामले को सिविल जज सीनियर डिविजन फास्ट ट्रैक की अदालत में ट्रांसफर किया गया था।
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