Jammu: जम्मू-कश्मीर के डोडा से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक (Mehraj Malik) के एक विवादित बयान ने राजनीतिक गलियारों में सियासी जंग छेड़ दी है। AAP विधायक मलिक ने हिंदुओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे शराब के आदी हैं और त्योहारों पर भी इसका सेवन करते हैं। उनके बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में विवाद छिड़ गया है।
हालांकि, विवाद बढ़ता देख मेहराज मलिक ने सफाई देते हुए कहा, “शराब तो हर कोई पीता है, कोई छुपकर तो कोई खुलेआम। शादियों में लोग खुलेआम शराब पीते हैं। मैंने ऐसा पहली बार नहीं कहा है। सच तो यह है कि शराब तो हर कोई पीता है, लेकिन इसे सामान्य बनाने वाले एक खास वर्ग से आते हैं। अगर मेरे शब्दों से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं। मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।”
Jammu: भाजपा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
आप विधायक के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा विधायक विक्रम रंधावा ने मेहराज मलिक पर हमला बोलते हुए कहा, “मैंने पहले भी कहा है कि यह व्यक्ति (मेहराज मलिक) संकीर्ण मानसिकता और बहुत ही घटिया सोच वाला है। उसे समझना चाहिए कि यह रमजान का पवित्र महीना है। पहले अपने धर्म के सिद्धांतों का पालन करें, फिर दूसरों पर उंगली उठाएं।”
भाजपा के अन्य नेताओं ने भी मेहराज मलिक (Mehraj Malik) के बयान की निंदा की और कहा कि इस तरह की टिप्पणियां शांति को भंग करने और समाज में वैमनस्य फैलाने का काम करती हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी से स्पष्टीकरण मांगा और कहा कि पार्टी को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
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AAP मेहराज मलिक ने दी सफाई, मांगी मांफी
मेहराज मलिक ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि शराब तो सभी पीते हैं। कुछ लोग पर्दे के पीछे पीते हैं तो कुछ लोग खुलेआम शराब पीते हैं। यह बात मेरे मुंह से निकली और ऐसा नहीं है कि सभी लोग पीते हैं। हालांकि, जिसने इसे आम बना दिया है, वह एक ही संप्रदाय का है। भाजपा के सभी विधायक हिंदू समुदाय से आते हैं। मंदिरों के शहर में अगर शराब बिक रही है तो बेचने वाला भी वही है।
उन्होंने आगे कहा, “आप खुद ही बताइए कि जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम समुदाय की दुकान कहां है? हालांकि, अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं शर्मिंदा हूं। मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं है बल्कि मैं युवाओं और पीढ़ी को बचाने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने वही कहा है जो मैंने देखा है। शादियों में शराब पीना आम बात है और मैं इसे त्योहार के तौर पर देखता हूं। अगर वहां खुलेआम शराब बांटी जाती है तो यह गलत है।”