रांची: आप भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के बारे में तो जानते होंगे। लेकिन, अगर हम कहें कि हमारे देश में भी एक पाकिस्तान है तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। लेकिन यह बिल्कुल सच है। खास बात यह है कि यह हमारे पड़ोसी देश से भी पुराना है।
दरअसल, यह झारखंड के एक गांव का नाम है। कहा जाता है कि यह गांव कम से कम 200 साल पहले बसा हुआ था। मजे की बात यह है कि इस पाकिस्तान में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता है। बढ़ई के पेशे से जुड़े ज्यादातर परिवार इसी पाकिस्तान में रहते हैं। यह देवघर जिले के सारथ ब्लॉक के अंतर्गत सबेजौर पंचायत का एक टोला है।
विज्ञापन छपने के बाद चर्चा में आया गांव –
अखबार में टेंडर का विज्ञापन छपने के बाद से ही यह टोला चर्चा में है। पाकिस्तान नाम के इस गांव की इससे पहले कभी ज्यादा चर्चा नहीं हुई। यह पाकिस्तान तब सुर्खियों में आया जब जिला अभियंता कार्यालय, जिला परिषद देवघर ने सरठ प्रखंड के विभिन्न इलाकों में पीसीसी सड़क निर्माण के लिए टेंडर जारी किया।
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यह टेंडर 12 मई को जारी किया गया था और तभी से लोगों का ध्यान इस ओर गया। अलग-अलग 119 सड़कों के लिए जारी टेंडर में टेंडर नंबर 56 दिलचस्प है, जिसमें कहा गया है कि दादपोखर से सबेजोर पंचायत के पाकिस्तान कारपेंटर टोला तक पीसीसी रोड का निर्माण कराया जाएगा।
भाजपा विधायक ने की नाम बदलने की मांग –
पाकिस्तान का नाम आते ही सोशल मीडिया पर इसके चर्चे होने लगे और गृह मंत्रालय इसका नाम बदलने की मांग करने लगा। सारथ के भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने बताया कि उनकी जानकारी में कारपेंटर टोला का नाम करीब 200 साल से पाकिस्तान है। कई बार उन्होंने स्थानीय लोगों से इस नाम के बारे में पूछा, लेकिन किसी ने स्पष्ट नहीं किया कि बढ़ई टोला का नाम पाकिस्तान क्यों पड़ा। इस मामले के सामने आने के बाद उन्होंने इस नाम को बदलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बैदैटोली का पाकिस्तान नाम आपत्तिजनक है और इसे बदलकर बढ़ईटोली किया जाना चाहिए, क्योंकि मूल रूप से यह टोला बढ़ई परिवारों का है।
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