Jhansi Medical College Fire , झांसी: यूपी के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में शुक्रवार को अचानक लगी आग 10 नवजात बच्चों की जलकर मौत हो गई। जबकि कई बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। वार्ड में करीब 54 नवजात शिशु भर्ती थे। फिलहाल रेस्क्यू टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
सीएम योगी ने हादसे पर जताया दुख, मुआवजे का किया ऐलान
उधर, झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुए हादसे (Jhansi Medical College Fire) पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। शुक्रवार देर रात घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को रातों-रात मौके पर भेज दिया।
सीएम योगी ने रात भर मौके से पल-पल की जानकारी ली। उन्होंने टीवी पर भी नजर बनाए रखी। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई दुखद घटना में मृतक नवजात शिशुओं के परिजनों को तत्काल पांच-पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “झांसी जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई दुर्घटना में बच्चों की मौत अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए गए हैं। मैं भगवान श्री राम से दिवंगत आत्माओं को सद्गति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
घटना स्थल पर पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
वहीं, इस घटना को लेकर यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज पहुंचे हैं। उन्होंने नवजात शिशुओं के परिजनों से मुलाकात की। साथ ही घटना की त्रिस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मेडिकल कॉलेज में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नवजात शिशुओं की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
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हम परिजनों के साथ नवजात शिशुओं के शवों की शिनाख्त करने का प्रयास कर रहे हैं। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर स्वास्थ्य विभाग करेगा, दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा, अग्निशमन विभाग की टीम भी इसमें शामिल रहेगी, तीसरी मजिस्ट्रियल जांच के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि फरवरी में फायर सेफ्टी ऑडिट कराया गया था और जून में मॉक ड्रिल भी कराई गई थी। यह घटना कैसे और क्यों हुई? जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा। नवजातों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
Jhansi Medical College Fire: वार्ड में 54 बच्चे थे भर्ती
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहौर ने बताया कि एनआईसीयू वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे। अचानक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के अंदर आग लग गई। आग बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन कमरा अत्यधिक ऑक्सीजन युक्त होने के कारण आग तेजी से फैल गई। कई बच्चों को बचा लिया गया। 10 बच्चों की मौत हो गई। घायल बच्चों का इलाज चल रहा है।