Sunday, October 27, 2024
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Ayodhya Deepotsav : सरयू के 55 घाटों पर सजे 10 लाख दिए, विश्व रिकॉर्ड बनाने उतरी टीम

अयोध्याः रामनगरी में आठवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए सरयू के 55 घाटों पर भारी भरकम टोली तैनात की गई थी। दो हजार से अधिक पर्यवेक्षकों, समन्वयकों, घाट प्रभारियों, दीप गणना व अन्य सदस्यों की देखरेख में 30 हजार से अधिक स्वयंसेवक घाटों पर 28 लाख दीप सजा रहे हैं। दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए दूसरे दिन डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय परिसर व अन्य संस्थाओं से स्वयंसेवकों को जय श्री राम के नारे के साथ राम की पैड़ी के लिए रवाना किया गया।

Ayodhya Deepotsav: स्वयंसेवकों में भारी उत्साह

सभी स्वयंसेवकों ने गले में परिचय पत्र, टी-शर्ट व क्यूआर कोड युक्त टोपी पहनकर घाटों पर दीप सजाने का काम शुरू किया। बीच-बीच में स्वयंसेवक जय श्री राम के नारे लगाते रहे और 16 x 16 दीयों के ब्लॉक बना रहे थे जिसमें 256 दीये सजाए जा रहे थे। वहीं स्वयंसेवक राम की पैड़ी के घाट संख्या 10 पर 80 हजार दीपों से प्रतीक स्वरूप स्वास्तिक बना रहे हैं। दीपों का यह उत्सव आकर्षण का केंद्र होगा और पूरे विश्व को शुभता का संदेश देगा। इसके लिए 150 से अधिक स्वयंसेवक लगाए गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन सभी के सहयोग से 30 अक्टूबर को छोटी दिवाली के दिन देर शाम 28 लाख दीये तेल और बाती डालकर जलाकर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करेगा।

वहीं घाट प्रभारी और समन्वयक स्वयंसेवकों को समय-समय पर दिशा-निर्देश दे रहे हैं। स्वयंसेवक बहुत ही सावधानी से कार्डबोर्ड से दीये निकालकर घाटों पर बिछा रहे हैं। इन स्वयंसेवकों के लिए पीने के स्वच्छ पानी की व्यवस्था सामग्री समन्वयक प्रो. सिद्धार्थ शुक्ला और प्रो. गंगाराम मिश्रा की देखरेख में घाटों पर की गई है। सभी को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा स्वयंसेवकों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई है। भोजन समिति के समन्वयक प्रोफेसर चयन कुमार मिश्रा और उनके सहयोगियों द्वारा भजन संध्या स्थल पर स्वयंसेवकों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए हो रहा युद्ध स्तर पर काम

उधर, विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार दिनेश कुमार मौर्य ने नगर निगम की मदद से घाटों की सफाई के लिए बड़ी टीम लगाई है। ये घाटों की सफाई कर रहे हैं। दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रोफेसर संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव के विश्व रिकॉर्ड के लिए विश्वविद्यालय परिसर समेत 14 महाविद्यालयों, 37 इंटर कॉलेजों, 40 एनजीओ के 30 हजार स्वयंसेवकों को लगाया गया है। स्वयंसेवकों द्वारा सरयू के 55 घाटों पर 30 मिली दीयों का 16 गुणा 16 का ब्लॉक बनाया जा रहा है। जिसमें 256 दीये रखे जा रहे हैं। दीपोत्सव के दिन 30 मिली दीयों में 30 मिली सरसों का प्रयोग किया जाएगा। घाट प्रभारी व समन्वयक की देखरेख में दीयों में तेल डालने का काम बहुत ही सावधानी से किया जाएगा।

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28 अक्टूबर तक दीये रखने का काम पूरा कर लिया जाएगा। 29 तारीख से घाटों पर रखे गए दीयों की गिनती की जाएगी। 30 अक्टूबर को घाटों पर रखे जाने वाले दीयों में बाती, तेल डालकर उन्हें जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। मीडिया प्रभारी डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी ने बताया कि कुलपति के कुशल प्रबंधन में विश्वविद्यालय, संबद्ध महाविद्यालयों, इंटर कॉलेजों और स्वयंसेवी संस्थाओं की एक बड़ी टीम दीपोत्सव की सफलता के लिए लगाई गई है। सभी दीपोत्सव में विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।

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