Bihar: बिहार के किसान बारिश से परेशान हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को झुठलाते हुए बुधवार की शाम अचानक आंधी आई, जिसने किसानों पर वज्रपात ला दिया है। यहां सैकड़ों एकड़ खेतों में लगी आलू की फसल पूरी तरह डूब गई है, यूं कह सकते हैं कि सब कुछ बर्बाद हो गया है। 3000 रुपये प्रति क्विंटल आलू का बीज, 1800 रुपये डीएपी, 2000 रुपये पोटाश, 1700 रुपये एनपीके, 350 रुपये यूरिया आदि खरीदकर लगाई गई आलू की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
किसानों में मचा हाहाकार
किसानों में हाहाकार मचा हुआ है, उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करें? इसी तरह बाढ़ से बची हुई धान की कटाई भी तेजी से शुरू हो गई थी, लेकिन इस बारिश ने किसानों की पकी हुई धान को पूरी तरह से डूबा दिया है। अब किसान इन फसलों को बचाने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से मौसम विभाग कह रहा है कि 27 अक्टूबर तक बारिश की संभावना है, उस स्थिति में किसानों के पास कुछ नहीं बचेगा।
किसानों को मुआवजा देने की मांग
एक तरफ उनकी महंगी फसल बर्बाद हो गई है, वहीं अब रबी की फसल की बुआई भी बाधित हो गई है। विधायक शंकर सिंह ने क्षेत्र का निरीक्षण करने के बाद सरकार से मांग की है कि इस आंधी और बारिश से आलू और बची हुई धान की फसल को हुए नुकसान का मुआवजा किसानों को दिया जाए।