haryana: हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नेता के चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाकर हाईकमान पर दबाव बनाने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम पर शुक्रवार को विधायकों की बैठक में सहमति नहीं बन पाई। शैलजा समर्थक चार विधायकों ने इस पद में बदलाव की मांग करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन के नाम का प्रस्ताव रखा है।
कांग्रेस हाईकमान पर छोड़ गया फैसला
जिसके बाद चंडीगढ़ भेजी गई केंद्र की पर्यवेक्षक टीम ने गेंद हाईकमान के पाले में डाल दी है। विधायक दल के नेता के नाम पर राय लेने चंडीगढ़ पहुंचे पर्यवेक्षकों अशोक गहलोत, अजय माकन, प्रताप सिंह बाजपा और टीएस सिंहदेव के सामने 37 में से 33 विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम का प्रस्ताव रखा। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस विधायक दल और विपक्ष का नेता बनाने का फैसला कांग्रेस हाईकमान पर छोड़ दिया गया।
शैलजा समर्थक विधायकों ने दिया बिश्नोई का नाम
कांग्रेस पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस हाईकमान अगले सप्ताह तक कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम की घोषणा कर सकता है। चंडीगढ़ में करीब दो घंटे तक चली बैठक में अधिकतर विधायकों ने विधायक दल के नेता के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों की अलग-अलग राय भी मांगी। प्रत्येक विधायक को तीन नाम देने को कहा गया। हुड्डा समर्थक विधायकों ने हुड्डा के तीनों नाम दिए, जबकि शैलजा समर्थक विधायकों ने चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम दिया।
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फिर होगी विधायकों से बातचीत
बैठक के बाद कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बताया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रस्ताव रखा था कि विधायक दल के नेता का फैसला कांग्रेस हाईकमान करे, जिसे प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने मंजूरी दे दी। विधायकों से हुई बातचीत का मसौदा कांग्रेस हाईकमान को भेजा जाएगा, जिस पर अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान को लेना है।
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