Bahraich violence , बहराइच: यूपी के बहराइच में हुई हिंसा के बाद अब योगी सरकार बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। माना जा रहा है कि हिंसा प्रभावित इलाकों में बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है। रिपोर्ट की माने तो प्रशासन ने अवैध निर्माणों पर लाल निशान लगा दिए हैं। वहीं घरों पर लाल निशान लगाए जाने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है।
लाल निशान के वीडियो हो रहे वायरल
दरअसल बहराइच में हुई हिंसा के बाद घटनास्थल पर लाल क्रॉस के निशान के वीडियो वायरल हो रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि निशान बहुत पुराने हैं और समय-समय पर जहां जरूरत होती है वहां निशान लगाए जाते हैं। जानकारों के मुताबिक कुछ दिन पहले महसी के विभिन्न कस्बों में चौक चौराहों पर अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया था। महराजगंज कस्बे में अतिक्रमण को चिह्नित कर सड़क की पटरियों पर निशान लगाए गए हैं। मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान हुए बवाल के बाद एक बार फिर कस्बे में अभियान चलाए जाने की उम्मीद है।
घरों को गिराने का कोई आधिकारिक बयान नहीं
फिलहाल मकानों को ढहाने के मामले को लेकर किसी अधिकारी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। बहराइच लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि ये निशान बहुत पुराने हैं। समय-समय पर अतिक्रमण अभियान चलाया जाता है, उसी के तहत ये निशान लगाए गए हैं। महाराजगंज के अलावा अन्य स्थानों पर भी ये निशान लगाए गए हैं। निशानों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। ये बहुत पुराने हैं। समय-समय पर ये कार्रवाई की जाती है। घटना स्थल से अतिक्रमण हटाने के संबंध में उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। दिशा-निर्देशों के अनुसार काम होगा।
कहा कहना है एसडीएम का
महसी के एसडीएम एके सिंह ने बताया कि ये निशान बहुत पुराने हैं। जनता की शिकायत पर जब अतिक्रमण हटाया गया था, तब ये निशान लगाए गए थे। लोग सड़क आदि बड़ी कर लेते हैं। ये निशान पिछले साल के हैं। आरोपियों के मकान गिरने के संबंध में उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी नहीं है। वहां मौजूद कुछ ग्रामीणों का कहना है कि महाराजगंज कस्बे में दुकानदारों ने टीन शेड लगाकर अतिक्रमण कर लिया है, जिससे सड़क संकरी हो गई है।
ये भी पढ़ेंः- Bahraich Violence: कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत भेजा
मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई थी युवक की हत्या
गौरतलब है कि यूपी के बहराइच में विसर्जन के दौरान रामगोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके बाद जिले में कई जगहों पर हिंसा भड़क गई थी। हालात इस हद तक बेकाबू हो गए थे कि एडीजी कानून व्यवस्था और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश और गृह सचिव को खुद बहराइच आकर मोर्चा संभालना पड़ा था।
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था। बहराइच के महाराजगंज में हुए हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई, जिसमें दोनों आरोपी घायल हो गए। उनके पैरों में गोली लगी है। यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि मुठभेड़ के बाद सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन सभी पर हिंसा का आरोप था।