UP By-Election 2024 , लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने सात प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इसके अधिकतर प्रत्याशी किसी न किसी नेता के रिश्तेदार हैं। भाजपा ने इसे मुद्दा बनाते हुए सपा पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी ने चुनाव की तिथि घोषित होने से पहले ही छह सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए थे। इसमें लालू प्रसाद यादव के दामाद और उनके परिवार के भतीजे तेज प्रताप सिंह यादव को मैनपुरी के करहल से प्रत्याशी बनाया गया है। इससे पहले वे मैनपुरी के सांसद भी रह चुके हैं।
नेताओं के सगे-संबंधियों को सपा ने मैदान में उतारा
लालजी वर्मा की पत्नी शोभा वर्मा को अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। लालजी वर्मा पहले इसी सीट से विधायक थे। उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। पूर्व सांसद रमेश बिंद की बेटी डॉ. ज्योति बिंद को मिर्जापुर के मझवां से प्रत्याशी बनाया गया है। कानपुर के सीसामऊ से पूर्व विधायक हाजी इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया गया है।
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने सुम्बुल राणा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। सुम्बुल राणा पूर्व सांसद कादिर राणा की पुत्रवधू और बसपा नेता व पूर्व सांसद मुनकाद अली की बेटी हैं। वहीं फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर सीट से मैदान में उतारा गया है। हालांकि इस सीट पर अभी चुनाव नहीं हो रहे हैं। प्रयागराज की फूलपुर सीट से प्रत्याशी ऐसे परिवार से हैं, जिसका कोई नेता नहीं है।
फूलपुर सीट से प्रत्याशी मुस्तफा सिद्दीकी पहले भी विधायक रह चुके हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सपा ने जो सूची जारी की है, उसमें उनके पीडीए फॉर्मूले का ख्याल रखा गया है। लेकिन सात में से छह प्रत्याशी नेताओं के परिवार से हैं। इससे पता चलता है कि सपा मुखिया सिर्फ भाई-भतीजावाद में विश्वास रखते हैं।
भाजपा (BJP) ने कसा तंज
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि सपा सिर्फ पीडीए का नाम देती है। इसका मकसद भाई-भतीजावाद और जातिवाद करना है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आनंद दुबे का कहना है कि समाजवादी पार्टी का नारा सिर्फ पीडीए है। इनका काम नेताओं की पीढ़ियां बढ़ाना है। ये लोग अपने परिवार और कुनबे को बढ़ाने के लिए राजनीति करते हैं। इनकी परिवारवादी और जातिवादी सोच से उत्तर प्रदेश वाकिफ हो चुका है।
समाजवादी पार्टी के नाम में समाजवाद है लेकिन चरित्र में शिकायत है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील साजन का कहना है कि भाजपा अपनी नाकामी छिपाने के लिए ऐसी बातें कह रही है।उन्होंने कहा कि सपा ने 2012, 2017 और 2022 के चुनाव में आम कार्यकर्ताओं को टिकट दिया है। हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं की है।
उपचुनाव में सभी की सहमति से टिकट दिए जा रहे हैं। जिले से लेकर बूथ कमेटी तक राष्ट्रीय अध्यक्ष से सलाह मशविरा कर प्रत्याशी घोषित किए जा रहे हैं। भाजपा का आरोप फर्जी है। ये प्रत्याशी जनता के बीच जाएंगे। वही फैसला करेंगे। जनता इन प्रत्याशियों पर अपनी मुहर लगाएगी।
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यूपी की 9 सीटों पर होंगे उपचुनाव
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने यूपी की 9 सीटों पर चुनाव कार्यक्रम तय कर दिया है। मिल्कीपुर सीट पर याचिका के चलते यहां पर चुनाव की तारीखें तय नहीं हो पाई हैं। बाकी सीटों पर 13 नवंबर को चुनाव होने हैं। 9 अक्टूबर को सपा ने मिल्कीपुर के साथ ही करहल, फूलपुर, कटेहरी,सीसामऊ और मझावन में प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
मीरापुर में प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। अब कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद और खैर सीट पर प्रत्याशी उतारने के लिए छोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि दो सीटें कांग्रेस को दी गई हैं। लेकिन अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।