Chhattisgarh naxalites: 4 अक्टूबर को थुलथुली में नक्सलियों के साथ हुई सबसे बड़ी मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए थे। मारे गए 31 नक्सलियों में से 12 के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। जबकि नौ नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है और उनके परिजनों की तलाश जारी है।
31 में से 22 नक्सलियों की हुई पहचान
पुलिस का कहना है कि बाकी शवों की पहचान होते ही उन्हें भी जल्द ही उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। गौरतलब है कि मुठभेड़ के बाद मारे गए नक्सलियों के शव अलग-अलग जिलों के अस्पतालों में रखे गए हैं। दंतेवाड़ा में 14, बीजापुर में 10 और जगदलपुर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद 7 शव रखे गए हैं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक मुठभेड़ में मारे गए 31 नक्सलियों में से 22 की पहचान हो गई है।
आगे की प्रक्रिया में जुटा सुरक्षाबल
बाकी 9 शवों की पहचान के लिए पड़ोसी राज्यों और सीमावर्ती जिलों की पुलिस से मदद मांगी गई है, ताकि जल्द से जल्द उनके परिजनों से संपर्क किया जा सके। पुलिस ने पहचान के लिए शवों की तस्वीरें दूसरे राज्यों को भेज दी हैं। उन्होंने बताया कि मारे गए 31 नक्सलियों में कुछ के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं, यह प्रक्रिया जारी है।
यह भी पढ़ेंः-शाह ने की नक्सलवाद के खिलाफ मुख्यमंत्री साय की रणनीति की सराहना
उल्लेखनीय है कि पुलिस ने शुक्रवार को 31 नक्सलियों को मार गिराया था। पुलिस ने नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में स्वचालित हथियार बरामद किए थे। मुठभेड़ के बाद पुलिस पूरे इलाके में अन्य नक्सलियों की तलाश कर रही है। मुठभेड़ के बाद मुख्यमंत्री ने बैठक की उसमें साफ कहा था कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करने के लिए कृतसंकल्पित है। बीजापुर में मैंने पुलिस जवानों और माओवादी आतंकवाद से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। अब सभी को विश्वास हो गया है कि यह हिंसा अब समाप्त होने वाली है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)