West Bengal: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में 12 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इनमें से एक स्थान कोलकाता में है, जिसका कथित तौर पर माओवादियों से संबंध होने का आरोप है। एनआईए ने अपने अधिकारी समूह में इसकी जानकारी दी है।
माओवादियों से संबंध होने के संदेह में छापेमारी
कोलकाता के नेताजी नगर, पानीहाटी, बैरकपुर, सोदपुर, आसनसोल और पश्चिम बंगाल के कई अन्य स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। ये छापेमारी दो महिलाओं और उनके सहयोगियों से संबंधित बताई जा रही है, जिनके माओवादियों से संबंध होने का संदेह है।
NIA की नजर माओवादियों से जुड़े होने के आरोप में दो महिलाओं पर है। NIA ने पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के साथ मिलकर उत्तर 24 परगना के पानीहाटी और आसनसोल में छापेमारी शुरू की। एनआईए सूत्रों के मुताबिक जिन दो महिलाओं पर माओवादी संगठनों से जुड़े होने का आरोप है, उनके नाम सुदीप्त पाल और शिप्रा चक्रवर्ती हैं। जांच एजेंसी इस आरोप की सत्यता की जांच कर रही है।
तलाशी अभियान अभी भी जारी
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सुदीप्त और शिप्रा पहले आसनसोल में किराए के मकान में रहती थीं। पांच साल पहले शिप्रा आसनसोल से पानीहाटी चली गईं, जो उत्तर 24 परगना जिले के पल्लीश्री इलाके में स्थित है। मंगलवार को एनआईए और एसटीएफ ने वहां भी छापेमारी की। खबर लिखे जाने तक छापेमारी अभियान जारी था। आसनसोल के डिसरगढ़ इलाके में भी तलाशी अभियान चल रहा है।
नेटवर्क में शामिल सभी लोगों पर एक्शन की तैयारी
स्थानीय सूत्रों के अनुसार सुदीप्त और शिप्रा सामाजिक कार्यों से जुड़ी थीं और कोयला खदान मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ती थीं। वे ‘अधिकार’ नामक संगठन से जुड़ी थीं और बाद में उन्होंने ‘मजदूर अधिकार’ नामक संगठन शुरू किया। इसके तहत वे कोयला खदान मजदूरों के अधिकारों के लिए आंदोलन करती थीं। इसके अलावा उन्होंने कई मानवाधिकार संबंधी मुद्दों पर भी आवाज उठाई। आरोप है कि सुदीप्त और शिप्रा छत्तीसगढ़ के माओवादियों के संपर्क में थीं। एनआईए यह भी जांच कर रही है कि उनके अलावा इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सुदीप्त और शिप्रा आसनसोल में कई जगहों पर किराए के मकान में रहती थीं।
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कई अहम दस्तावेज किए गए जब्त
हालांकि शिप्रा के पानीहाटी चले जाने के बाद सुदीप्त डिसरगढ़ इलाके में किराए के मकान में रह रही थी। मंगलवार की सुबह एनआईए के अधिकारियों ने पानीहाटी नगर निगम के वार्ड नंबर 31 के पल्लीश्री इलाके में शिप्रा के घर पर छापा मारा। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद एनआईए के अधिकारी दीवार फांदकर अंदर घुसे और पूछताछ शुरू की। जांच एजेंसी अब इस बात की जांच कर रही है कि इन महिलाओं का माओवादियों से किस तरह का संपर्क है और इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
अधिकारी के मुताबिक, “इन महिलाओं पर पूर्वी भारत में माओवादी नेटवर्क फैलाने का काम करने का आरोप है। इन छापों का मकसद यह पता लगाना है कि इन लोगों की माओवादी संगठन में क्या भूमिका थी।” छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं और पश्चिम बंगाल में जगह-जगह पर छापेमारी अभी भी जारी है।
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