Kolkata doctor rape-murder case: सीबीआई के हाथ लगी महत्वपूर्ण जानकारी, घेरे में स्टाफ

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कोलकाताः आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के मामले में अब सीबीआई को अहम जानकारी मिली है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने खुलासा किया है कि मृतका से 15 लाख रुपये मांगे जा रहे थे, जिसमें से कुछ रकम शोध पत्र जमा करने की अनुमति और बाकी परीक्षा पास करने के लिए मांगी गई थी। मृतका ने यह रकम देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद पिछले एक साल से उसे लगातार परेशान किया जा रहा था।

जांच में पता चला है कि यह रकम न देने पर उसे अस्पताल में ड्यूटी के दौरान कई तरह से परेशान किया जा रहा था। मृतका ने अपने दोस्तों और करीबी लोगों को बताया था कि वह ड्यूटी करने में सहज महसूस नहीं कर रही है। उसने यह भी बताया था कि वह इस मामले को लिखित रूप से उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने की सोच रही है।

संदेह के घेरे में अस्पताल का स्टाफ

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अस्पताल के कुछ लोगों को इस मामले को ‘हैंडल’ करने का निर्देश दिया गया था। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये लोग कौन थे और किसने यह आदेश दिया था। मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम अभी भी स्पष्ट सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन कोर्ट में स्वीकार्य होने वाले साक्ष्य जुटाने में दिक्कत आ रही है। घटना के रीकंस्ट्रक्शन में भी कई बार बाधा आई है, जिससे पूरी रात क्या हुआ, इसे लेकर स्थिति और जटिल हो गई है।

घटना की रात के विरोधाभासी बयान

जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि उस रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी बिल्डिंग में मौजूद कुछ लोगों के बयान मेल नहीं खाते। उनके फोन से मिली जानकारी और कुछ वीडियो से जांचकर्ताओं को काफी मदद मिली है। खासकर मृतक के एक सहपाठी द्वारा फोन पर पैसे मांगने की चौंकाने वाली जानकारी मिली है।

सीबीआई की अब तक की जांच में पता चला है कि घटना वाली रात इमरजेंसी बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर स्थित बर्न यूनिट और छठी मंजिल पर स्थित जनरल मेडिसिन विभाग के बीच घटना हुई। उस रात पीड़िता को चौथी और छठी मंजिल के बीच बार-बार देखा गया। खास तौर पर चौथी मंजिल पर स्थित सेमिनार रूम, जहां से मृतक का शव बरामद हुआ और पांचवीं मंजिल पर स्थित ऑर्थोपेडिक्स विभाग को काफी अहम माना जा रहा है।

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उस रात अस्पताल में कौन-कौन था?

सीबीआई के अनुसार, उस रात चौथी मंजिल पर काम करने वाले सभी तकनीशियनों और वार्ड स्टाफ की जांच की गई है। वहां चार रेस्पिरेटरी केयर तकनीशियन, 12 वार्ड नर्स, सात नर्सिंग स्टाफ और सात इंटर्न और हाउस स्टाफ के मौजूद होने की जानकारी मिली है। संदिग्ध साजिशकर्ता चौथी मंजिल के सीसीटीवी फुटेज में तो दिख रहा है, लेकिन उसे सेमिनार रूम में घुसते कोई नहीं देख पाया। सीबीआई अब तक इस नतीजे पर पहुंची है कि उस रात की घटनाओं में कई परतें हैं और घटनास्थल पर मौजूद कई अन्य कमरे भी जांच के दायरे में आ रहे हैं।

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