Haryana Assembly Elections 2024, फतेहाबाद: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होते ही भारतीय जनता पार्टी में बगावत तेज हो गई है। इसी बीच हरियाणा के फतेहाबाद के रतिया से भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
इन दिग्गजों ने भी अपनाए बागी तेवर
इसके अलावा भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां और पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने भाजपा से टिकट न मिलने पर बगावती तेवर अपना लिए हैं। सावित्री जिंदल ने साफ शब्दों में कहा कि वह चुनाव लड़ेंगी। उनके इस बयान से राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। जबकि इससे पहले भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता शमशेर गिल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी थी और सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने उकलाना विधानसभा क्षेत्र से पार्टी टिकट के गलत आवंटन के विरोध में यह कदम उठाया था।
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में रतिया विधानसभा सीट के विधायक ने टिकट कटने के बाद बगावत कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा ने लक्ष्मण नापा का टिकट काटकर यहां से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को मैदान में उतारा है।
लक्ष्मण नापा हो सकते हैं कांग्रेस में शामिल
बताया जा रहा है कि सुनीता दुग्गल को टिकट मिलने की घोषणा होते ही विधायक लक्ष्मण नापा ने नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लक्ष्मण नापा दिल्ली के लिए रवाना हो गए और आज शाम तक उनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। माना जा रहा है कि अगर नापा को कांग्रेस से टिकट नहीं मिलता है तो वे रतिया से बतौर आजाद उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं।
Haryana | BJP Ratia MLA Lakshman Napa resigns from the primary membership of the party.
BJP has fielded its former Sirsa MP Sunita Duggal from Ratia Assembly Constituency for the upcoming Haryana Assembly Elections. pic.twitter.com/veQThp464n
— ANI (@ANI) September 5, 2024
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पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल 2014 में लड़ चुकी हैं चुनाव
गौरतलब है कि पार्टी ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल पर फिर से भरोसा जताया है जिन्होंने वर्ष 2014 में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। वर्ष 2014 के चुनाव में दुग्गल इनेलो उम्मीदवार रविंद्र बलियाला से मात्र 450 वोटों से हारी थीं। इस चुनाव में विधायक लक्ष्मण नापा, भाजपा जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा व रतिया के कई कार्यकर्ताओं ने उनके नाम का विरोध किया था।
रतिया की सरपंच एसोसिएशन ने भी भाजपा हाईकमान को पत्र लिखकर नापा या बलदेव ग्रोहा को टिकट देने की मांग की थी। इसके बावजूद सुनीता दुग्गल टिकट पाने में सफल रहीं। दुग्गल IRS की नौकरी छोड़कर राजनीति में आई थीं। लोकसभा चुनाव में उनका टिकट कट गया था, जिसकी भरपाई अब हो गई है।
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