सीएम योगी ने कहा- भव्यता एवं भक्तिभाव के साथ मनाई जाए जन्माष्टमी, दिए आवश्यक दिशा निर्देश

35
cm-yogi-janmashtami-should-be-celebrated

लखनऊः जन्माष्टमी (Janmashtami) के अवसर पर प्रदेश भर के थानों, जेलों और पुलिस लाइन के साथ ही घरों और मंदिरों में भी भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन्माष्टमी पर्व से पहले सभी रिजर्व पुलिस लाइन, थानों और जेलों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व परंपरागत श्रद्धा के साथ मनाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में कृष्णलीला, झांकी और जुलूस के आयोजनों के दौरान सुरक्षा, साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए हैं।

भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी के निर्देशों के अनुपालन में उत्तर प्रदेश कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं के महानिदेशक पीवी रामा शास्त्री ने प्रदेश की सभी जेलों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को परंपरागत रूप से मनाने के निर्देश जारी किए हैं।

बरती जाए विशेष सतर्कता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन्माष्टमी पर्व को लेकर रविवार को अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु शामिल होने आते हैं। मथुरा नगर में स्थित श्री कृष्ण जन्मभूमि/शाही ईदगाह मस्जिद स्थल अत्यंत संवेदनशील है। यह स्थान आईएसआई और विभिन्न आतंकी संगठनों के निशाने पर भी है। इसके मद्देनजर विशेष सतर्कता और समुचित पुलिस व्यवस्था की जाए।

झांकी, जुलूस के दौरान न हो विवाद

इसके साथ ही सीएम योगी ने पूजा, जुलूस के दौरान किसी भी तरह के विवाद से बचने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि विवादित स्थलों पर झांकी सजाने, जुलूस के रूट में विवाद और नए रूट को लेकर अक्सर विवाद देखने को मिलते हैं। इसके साथ ही परंपरा से अलग कार्यक्रमों का आयोजन और गैर पारंपरिक जुलूस/शोभायात्रा निकालने में लाउडस्पीकर का प्रयोग भी किया जाता है। वहीं, पूजा-अर्चना के दौरान जुलूस के दौरान दूसरे संप्रदाय के धार्मिक स्थलों के पास से गुजरने पर लाउडस्पीकर के प्रयोग, जुलूस/कार्यक्रम के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी/नारेबाजी आदि को लेकर पूर्व में कई स्थानों पर विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई है। कहीं भी ऐसी स्थिति न हो, इसके लिए संवेदनशीलता के साथ सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर जुलूस के दौरान वीडियोग्राफी भी कराई जाए।

सभी कार्यक्रम स्थलों के आसपास और जुलूस के मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रखे जाएं। महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरे से भी चेकिंग कराई जाए। आयोजन स्थलों पर पर्याप्त पुलिस व्यवस्था की जाए मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से संबंधित सभी आयोजनों, लीला स्थलों, पंडालों, मंदिरों और जुलूसों को सूचीबद्ध कर व्यवस्थित पुलिस व्यवस्था की जाए। साथ ही, सभी आयोजनों में आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित संख्या का आकलन कर पुख्ता सुरक्षा और यातायात प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों की पुलिस लाइन एवं इस्कॉन मंदिरों में बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु, महिलाएं, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग शामिल होते हैं। इन कार्यक्रमों को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रभारियों द्वारा प्रभावी सुरक्षा एवं यातायात प्रबंधन किया जाए।

विवादों को सुलझाने का प्रयास करें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत वर्षों में अथवा इस वर्ष अब तक जहां भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व से संबंधित किसी भी प्रकार का विवाद सामने आया है, वहां पुलिस एवं राजस्व विभाग के राजपत्रित अधिकारी अभी से स्थिति का अध्ययन कर विवाद को सुलझाने तथा संवेदनशीलता को दूर करने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। सीएम योगी ने कहा कि अधीनस्थ कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि वे अपनी बीट में जाकर सभी प्रकार के विवादों की जांच करें तथा बीट की सूचना प्राप्त होते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर विवाद का समय से समाधान करें। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी भी आवश्यकतानुसार विभिन्न विवाद स्थलों एवं मार्गों का भ्रमण करें। कहीं भी अश्लील नृत्य का कार्यक्रम न हो।

यह भी पढ़ेंः-अनुपम व अलौकिक होगा श्री राधामाधव देवस्थानम् में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव

मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में नियमित रूप से गश्त चेकिंग के लिए पुलिस पार्टियां निकाली जाएं। कहीं भी कोई आपत्तिजनक पोस्टर न लगाने पाए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में भी इस त्यौहार को शालीनता और हर्षोल्लास के साथ मनाने की परंपरा है। सभी सुरक्षा व्यवस्थाओं के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करें कि यह पवित्र त्यौहार धूमधाम से मनाया जाए।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)