पाकुड़: झारखंड के पाकुड़ जिला मुख्यालय स्थित KKM कॉलेज के छात्रावास में घुसकार शुक्रवार रात पुलिसकर्मियों ने करीब एक दर्जन छात्रों की पिटाई कर दी। जिसमें 10 से अधिक छात्र बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए पाकुड़ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छात्रों ने झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ शनिवार को आक्रोश रैली निकालने का एलान किया था।
छात्रों ने किया था आक्रोश रैली निकालने का ऐलान
आरोप है कि देर रात पुलिस अधिकारी छात्रावास पहुंचे और रैली रोकने का दबाव बनाया। मना करने पर लाठी-डंडों से उनकी पिटाई की गई। वहीं पुलिस का कहना है कि एक व्यक्ति के अपहरण की सूचना पर मोबाइल लोकेशन चेक करते हुए पुलिस टीम छात्रावास पहुंची थी, तभी छात्रों ने उन पर हमला कर दिया।
छात्र नेता कमल मुर्मू ने मीडिया को बताया कि पहले से तय आक्रोश रैली को रोकने के लिए बीती रात करीब साढ़े दस बजे एक पुलिस अधिकारी छात्रावास में आए और उनसे कहा कि रैली न निकालें। छात्रों ने मना कर दिया। इसके बाद रात करीब एक बजे 100 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवान लाठी लेकर छात्रावास पहुंचे और छात्रों के कमरे खोलकर उनकी पिटाई की।
क्या कहना है पुलिस का
पाकुड़ नगर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक अनूप रोशन भेंगरा का कहना है कि अपहरण मामले की जांच करने जब पुलिस टीम सब इंस्पेक्टर नागेंद्र कुमार के साथ छात्रावास पहुंची तो वहां मौजूद कुछ युवकों ने उन पर हमला कर दिया। इसमें एक पुलिस अधिकारी और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए। जब पुलिस दूसरी बार हमलावरों को पकड़ने गई तो हल्का बल प्रयोग किया गया।
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बीजेपी ने CM हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने से हेमंत सरकार इतनी बौखला गई है कि छात्रों पर हमले किए जा रहे हैं। बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “कल देर रात हेमंत सरकार की पुलिस ने बांग्लादेशी मुसलमानों की अवैध घुसपैठ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवा छात्रों को उनके छात्रावासों में घुसकर बर्बरतापूर्वक पीटा। छात्रों पर इस कायरतापूर्ण हमले की वीभत्स तस्वीरें विचलित करने वाली हैं।”
हेमंत सोरेन को संबोधित करते हुए मरांडी ने लिखा, “अपनी मां-बहनों की रक्षा के लिए घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने वाले युवा छात्रों को प्रताड़ित करने और बाहरी लोगों पर इतना प्यार लुटाने का क्या कारण है? बांग्लादेशी घुसपैठिए झारखंड की पहचान और अस्तित्व के लिए खतरा हैं। उन्हें संरक्षण देकर आप राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस घटना में शामिल सभी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई करें।”