नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) आज संसद में अपना लगातार सातवां बजट पेश करेंगी। यह बजट 2047 तक विकसित भारत की रूपरेखा तैयार करेगा। वह सुबह 11 बजे मोदी 3.0 का पहला केंद्रीय बजट पेश करेंगी। सुबह 9 बजे बजट बनाने वाली मंत्रालय की टीम के साथ वित्त मंत्री का फोटो सेशन होगा। इसके बाद सीतारमण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के लिए बजट पेश करने राष्ट्रपति भवन जाएंगी।
इस बजट से देश के मध्यम वर्ग को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं। संकेत हैं कि वित्त मंत्री सीतारमण सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के आगे की रणनीति की घोषणा कर सकती हैं। बजट की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “यह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमारे पास जो पांच साल हैं, यह बजट उस यात्रा की दिशा तय करेगा। यह 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने की नींव भी रखेगा।
पूंजी निर्माण वृद्धि को मिला बढ़ावा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अनिश्चित वैश्विक आर्थिक प्रदर्शन के बावजूद घरेलू विकास चालकों ने वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक विकास का समर्थन किया है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारतीय वित्तीय क्षेत्र का दृष्टिकोण उज्ज्वल रहेगा। सर्वेक्षण के अनुसार, पूंजीगत व्यय (Capital expenditure) पर सरकार के जोर और निजी निवेश में निरंतर गति ने पूंजी निर्माण वृद्धि को बढ़ावा दिया है।
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सर्वेक्षण के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में सकल स्थिर पूंजी निर्माण में 9 प्रतिशत की वास्तविक वृद्धि दर्ज की गई है। आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में कहा गया है कि देश का राजकोषीय घाटा (Fiscal deficit) (जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) पिछले वित्त वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में 1.6 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, हाल ही में निर्माण क्षेत्र में भी प्रमुखता से वृद्धि हो रही है, जो बुनियादी ढांचे के लिए सरकार द्वारा की गई पहल का परिणाम है।
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