World Population Day 2024: महिलाओं को हो परिवार नियोजन का विकल्प चुनने का अधिकार

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World Population Day 2024, नई दिल्ली: विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने गुरुवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस बैठक का विषय था ‘मां और बच्चे के स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए गर्भावस्था का सही अंतराल’। इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं।

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि भारत की जनसंख्या वैश्विक जनसंख्या का 1/5वां हिस्सा है। विकसित भारत का लक्ष्य तभी प्राप्त किया जा सकता है, जब देश का परिवार आकार छोटा हो और सभी स्वस्थ हों। उन्होंने कहा कि महिलाओं को परिवार नियोजन का विकल्प चुनने का अधिकार होना चाहिए और उन पर अनचाहे गर्भधारण का बोझ नहीं पड़ना चाहिए।

गर्भनिरोधक जरूरतों को पूरा करने पर दिया जोर

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने केंद्र और राज्यों को सामूहिक रूप से काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गर्भनिरोधक जरूरतों को पूरा किया जाना चाहिए, खासकर अधिक बोझ वाले राज्यों के जिलों और ब्लॉकों में। उन्होंने युवाओं, किशोरों, महिलाओं और बुजुर्गों सहित सभी के लिए एक उज्ज्वल, स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करने पर सरकार के फोकस पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि दो बच्चों के जन्म के बीच अंतराल को बढ़ावा देना, परिवार के आकार को छोटा रखना और गर्भनिरोधक विकल्पों को स्वैच्छिक रूप से अपनाना, खुशहाल परिवारों को जन्म देगा, जिससे हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य में योगदान मिलेगा।

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राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफल योजनाओं में से एक, “मिशन परिवार विकास” (एमपीवी) को शुरू में सात उच्च-फोकस वाले राज्यों में 146 उच्च प्राथमिकता वाले जिलों (एचपीडी) के लिए लॉन्च किया गया था और बाद में सभी जिलों में विस्तारित किया गया। उन्होंने योजना के उल्लेखनीय प्रभाव पर जोर दिया और इन राज्यों में गर्भनिरोधकों तक पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि और मातृ, शिशु और पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में सफल कमी को उजागर किया। जिलों को इस योजना का प्राथमिक फोकस बनाने से पूरे राज्य में कुल प्रजनन दर (टीएफआर) को कम करने में मदद मिली।

World Population Day 2024 पर उन्होंने कहा, “हमें राज्यों और एनएफएचएस डेटा से इनपुट के आधार पर एक रणनीति बनानी चाहिए ताकि उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जा सके जहां टीएफआर में सुधार नहीं हुआ है।” उन्होंने परिवार नियोजन और सेवा वितरण के संदेशों को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और विभिन्न विभागों के अथक परिश्रम और समर्पण की भी सराहना की।

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