हमीरपुर (Hamirpur): जिला के किसानों-बागवानों को सर्दी के मौसम में लगाए जाने वाले फलदार पौधे उपलब्ध करवाने के लिए बागवानी विभाग ने विशेष व्यवस्था की है। विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश्वर परमार ने कहा कि जनवरी का महीना हिमाचल के निचले क्षेत्रों में शीतकालीन फलदार पौधों के रोपण के लिए बहुत उपयुक्त है।
डॉ. राजेश्वर परमार ने कहा कि उद्यानिकी विभाग के सभी विकास खंड कार्यालयों में उच्च गुणवत्ता वाले शीतकालीन फल के पौधे उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें विभागीय बिक्री केंद्रों के माध्यम से सरकारी दरों पर किसानों-बागवानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन बागवानों ने अभी तक फलदार पौधे नहीं लगाए हैं, वे विभाग के नजदीकी विक्रय केंद्र से पौधे लेकर लगाएं। उन्होंने कहा कि इन पौधों को समोच्च विधि, वर्गाकार विधि या षट्कोणीय विधि से उचित दूरी पर 3 गुणा 3 फीट के गड्ढे में लगाना चाहिए।
इन ब्लाॅकों के अधिकारियों से करें संपर्क
- उपनिदेशक ने कहा कि भोरंज ब्लॉक के बिक्री केंद्रों में सेब, आड़ू, प्लम, नाशपाती, जापानी फल, खुबानी और कीवी के पौधे उपलब्ध हैं। इनके लिए उद्यान विकास अधिकारी के मोबाइल नंबर 9418692700 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
- नादौन ब्लॉक के बिक्री केंद्रों में सेब, आड़ू, प्लम, नाशपाती, जापानी फल, अनार और कीवी के पौधे भी उपलब्ध कराए गए हैं। इनके लिए बागवानी विकास अधिकारी के मोबाइल नंबर 7018293499 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
- इसी प्रकार बमसन ब्लॉक में सेब, आड़ू, प्लम, नाशपाती, जापानी फल, खुबानी और कीवी के पौधे दिए गए हैं। इनके लिए विभाग के बिक्री केंद्रों या बागवानी विकास अधिकारी के मोबाइल नंबर 9418183875 पर संपर्क कर सकते हैं।
- सुजानपुर ब्लॉक में सेब, प्लम, नाशपाती, जापानी फल और कीवी के पौधे उपलब्ध हैं। इनके लिए उद्यान विकास अधिकारी से मोबाइल नंबर 9418183875 पर संपर्क किया जा सकता है।
- बिझड़ी ब्लॉक में सेब, आड़ू, नाशपाती, जापानी फल और कीवी के फलदार पौधों के लिए बागवानी विकास अधिकारी के मोबाइल नंबर 9459180205 पर संपर्क किया जा सकता है।
- विकास खण्ड हमीरपुर में सेब, आड़ू, प्लम, जापानी फल, अनार, खुबानी और कीवी के पौधे दिए गए हैं। इनके लिए उद्यान विकास अधिकारी से मोबाइल नंबर 9459012300 पर संपर्क किया जा सकता है।
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इस तरह करें रोपाई
उपनिदेशक ने कहा कि सूखे की स्थिति को देखते हुए बागवानों को पौधों की रोपाई के बाद सिंचाई करने की भी सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि बागवानों को पिछले वर्षों में लगाए गए पौधों की रोगग्रस्त, सूखी या अवांछित शाखाओं की छंटाई का कार्य समय पर पूरा करना चाहिए और कटे हुए हिस्सों पर व्लाइटॉक्स दवा का पेस्ट लगाना चाहिए और पौधों पर भी उसी दवा का छिड़काव करना चाहिए। बारिश या सिंचाई के बाद फलों के पौधों के लिए तौलिए बनाएं और उसमें अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद, पोटाश और फास्फोरस उर्वरक मिलाएं और काम जल्द से जल्द पूरा करें। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी कार्यालय या मोबाइल नंबर पर संपर्क करें।
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