धर्मशाला (Himachal Pradesh): पिछले कई सालों से परेशानी का सबब बने धर्मशाला बस स्टैंड के पास डंपिंग साइट में पड़े कूड़े से लोगों को जल्द ही राहत मिलने वाली है। डंपिंग साइट पर बना कूड़े का पहाड़ भी अब नजर नहीं आएगा। धर्मशाला को स्मार्ट सिटी बनाने में जुटे नगर निगम और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत यह काम किया जा रहा है। नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक अनुराग शर्मा की इस मुहिम से अब शहर में कूड़ा घर नहीं बनेंगे और धर्मशाला स्मार्ट सिटी के साथ स्वच्छ शहर भी बनेगा।
ताजा निस्तारित कचरे के निपटान के लिए डंपिंग स्थल पर एक बड़ा विभाजक स्थापित किया गया है। सुधेड़ पंचायत और बस स्टैंड के पास वर्षों से पड़े हजारों टन कूड़े के निस्तारण का जिम्मा पंचकुला की सनटन लाइफ नामक कंपनी को सौंपा गया है। डंपिंग साइट पर करीब 4 करोड़ रुपये की लागत से बड़ी मशीनरी के तौर पर सेपरेटर के साथ जेसीबी और पोकलेन मशीनें लगाई गई हैं। इसके अलावा यहां काम करने वाले लोगों के लिए शेड और शौचालय समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, ताकि भविष्य में कूड़े के इस पहाड़ को खत्म किया जा सके।
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प्रतिदिन हो रहा सवा टन कूड़े का निस्तारण
कंपनी के निदेशक शौर्य गल्होत्रा ने बताया कि कचरा प्रबंधन प्लांट के माध्यम से कचरे का निस्तारण किया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 1.25 टन कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। अब तक 1100 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण किया जा चुका है। आने वाले समय में क्षमता और बढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कंपनी ने इस काम के लिए तीन मशीनें लगायी हैं. उन्होंने कहा कि शुरुआत में कंपनी हर महीने पांच हजार टन कूड़े का निस्तारण करेगी। इसके बाद प्रदर्शन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े का निस्तारण भी उसी दिन किया जा रहा है। इसका मतलब है कि अब कूड़ा नहीं डाला जाएगा। धीरे-धीरे पुराने डंप को खत्म कर दिया जाएगा।
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