Cash for query: पैसे लेने और संसद में सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच कर रही लोकसभा की आचार समिति ने अपनी मसौदा रिपोर्ट में महुआ की लोकसभा सदस्यता और मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच वित्तीय लेनदेन की गहन जांच की भी सिफारिश की गई है।
किसका पलड़ा भारी आंकड़ों से जानें
एथिक्स कमेटी की इस ड्राफ्ट रिपोर्ट में कमेटी के सदस्य बीएसपी सांसद दानिश अली के व्यवहार की भी निंदा की गई है। एथिक्स कमेटी ने इस ड्राफ्ट रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए आज शाम 4 बजे कमेटी की बैठक बुलाई है, जिसमें हंगामे की आशंका है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के रुख को देखते हुए माना जा रहा है कि ड्राफ्ट रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए समिति की बैठक में वोटिंग की जरूरत पड़ सकती है। अगर एथिक्स कमेटी की बैठक में वोटिंग की बात आई तो किसका पलड़ा भारी रहेगा? आइए आपको आंकड़ों के मुताबिक बताते हैं। एथिक्स कमेटी में अध्यक्ष विनोद सोनकर समेत कुल 15 सांसद हैं। इन 15 में से 7 – विनोद सोनकर, सुभाष भामरे, सुनीता दुग्गल, राजदीप रॉय, अपराजिता सारंगी, सुमेधानंद सरस्वती और वीडी शर्मा – भाजपा सांसद हैं।
बीजेपी के साथ वाईएसआर कांग्रेस
सहयोगी दलों की बात करें तो शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के हेमंत गोडसे को मिलाकर एनडीए सांसदों की संख्या 8 तक पहुंच गई है, जो बहुमत के लिए पर्याप्त है। हालांकि, कहा जा रहा है कि परिवार में किसी सदस्य के निधन के कारण बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल के आज की बैठक में शामिल होने की संभावना कम है। लेकिन, इसके बावजूद बीजेपी को प्रस्ताव पारित कराने में कोई दिक्कत नहीं होगी क्योंकि वाईएसआर कांग्रेस के सांसद बालासौरी वल्लभनेनी भी एथिक्स कमेटी के सदस्य हैं और वाईएसआर कांग्रेस आमतौर पर बीजेपी के साथ खड़ी नजर आ रही है। वल्लभनेनी बैठक में शामिल हों या न हों, दोनों ही स्थिति में यह बीजेपी के लिए फायदे की स्थिति होगी।
वहीं, अगर विपक्षी दलों की बात करें तो एथिक्स कमेटी की बैठक में वे कितने एकजुट रह पाएंगे, यह कहना मुश्किल है। एथिक्स कमेटी में कांग्रेस के तीन सांसद- परनीत कौर, उत्तम कुमार रेड्डी और वैथिलिंगम वे शामिल हैं। उत्तम कुमार रेड्डी को तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करना है, इसलिए वह आज की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे।
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हो सकती है सांसद की सदस्यता रद्द!
वहीं, परनीत कौर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं, जो काफी पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुकी हैं और इसलिए कौर के रुख के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। अन्य सांसदों की बात करें तो बीएसपी सांसद दानिश अली, सीपीएम सांसद पीआर नटराजन और जेडीयू सांसद गिरधारी यादव भी एथिक्स कमेटी के सदस्य हैं। लेकिन, ये सब मिलकर भी ड्राफ्ट रिपोर्ट को पास होने से नहीं रोक सकते हैं और ऐसे में बताया जा रहा है कि दानिश अली, पी आर नटराजन, गिरधारी यादव, वैथिलिंगम वे और उत्तम कुमार रेड्डी जो आज की बैठक में शामिल नहीं हुए थे, वो एक नोट दे सकते हैं। असहमति, जिसे समिति की रिपोर्ट का एक हिस्सा माना जाएगा।
आपको बता दें कि अगर समिति लोकसभा अध्यक्ष से महुआ मोइत्रा को संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने की सिफारिश करती है (भले ही वह बहुमत से हो) तो इस प्रस्ताव को सदन के अंदर रखा जाएगा और इसके आधार पर प्रस्ताव को पारित कर दिया जाएगा। इसके बाद टीएमसी सांसद की संसद सदस्यता रद्द घोषित कर दी जाएगी।
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