रांची: झारखंड में राष्ट्रपति शासन की मांग पर झारखंड की राजनीति गरमा गई है। जहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने राज्यपाल को पत्र लिखकर राज्य में संवैधानिक तंत्र के ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करने का अनुरोध किया है, वहीं सत्तारूढ़ गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी झामुमो ने सीधे तौर पर भाजपा को चुनाव लड़ने की चुनौती दी है।
मरांडी की मांग पर पलटवार करते हुए जेएमएम महासचिव और प्रवक्ता विनोद पांडे ने कहा है कि बीजेपी नेता आजकल केंद्रीय एजेंसियों के प्रवक्ता बने घूम रहे हैं। पिछले चुनाव में जनता ने उन्हें नकार दिया था। बाबूलाल मरांडी ने बीजेपी के खिलाफ वोट मांगकर चुनाव जीता और बीजेपी में शामिल हो गये। वे हर दिन राज्य सरकार को हटाने का सपना देख रहे हैं।
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‘मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे बाबूलाल’
महासचिव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) का राष्ट्रपति शासन की दलीलें देना साबित करता है कि संवैधानिक प्रक्रिया में उनका विश्वास नहीं है। एक वर्ष में राज्य में चुनाव होने वाले हैं। जनता की अदालत में वे दो-दो हाथ कर लें। इससे उन्हें अपनी झूठी लोकप्रियता का पता चल जायेगा। बाबूलाल मरांडी जब से भाजपा में गए हैं तबसे वे मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। उन्हें हेमंत फोबिया है, इसलिए वे राज्य का दौरा कर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग अपने हित में कर रही है, पर भाजपा का चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने का मंसूबा कभी सफल नहीं होगा।
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