Thursday, January 16, 2025
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करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर शख्स ने ठगे साढ़े तीन करोड़, जांच में जुटी पुलिस

Handed over a bundle of paper on the pretext of counting notes in the bank

देहरादून: करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर साढ़े तीन करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। इस मामले के अनुसार दिल्ली निवासी रमेश मिनोचा ने थाना डालनवाला कोतवाली में मामला दर्ज कराते हुए बताया कि उसकी पहचान मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी इंद्रप्रीत सिंह कोहली से हुई थी। उन्होंने अनिल उपाध्याय और विजय उपाध्याय उर्फ विजू डंगवाल पुत्रगण ओम प्रकाश उपाध्याय हाल निवासी आर्य नगर डालनवाला देहरादून से कराई थी।

ठगी के लिए दिया ये झांसा

उक्त ने रमेश मिनोचा को बताया कि वह बहुत बड़ा व्यापारी है। वह भारत के अलावा थाईलैंड के कई संबंधित शहरों में होटल, टूरिस्ट ट्रैवल्स, बहुमंजिला इमारतों और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। वह वीआर इंटरनेशनल थाई कंपनी लिमिटेड के नाम से काम करता है। जब रमेश मिनोचा ने वीआर का मतलब पूछा तो उन्होंने बताया कि इसका मतलब विजय और राजीव इंटरनेशनल है और इससे जुड़े दस्तावेज भी दिखाए। उन लोगों ने रमेश मिनोचा से कहा कि अगर वह उनके यहां पूंजी निवेश करेगा तो उसे लाखों रुपये का मुनाफा हो सकता है। मिनोचा को उसकी बात पर विश्वास हो गया। अनिल और विजय उपाध्याय का उसके घर आना-जाना शुरू हो गया। वे परिवार के सदस्यों से नजदीकियां बढ़ाने लगे। अनिल उपाध्याय और विजय उपाध्याय ने उनके और उनके परिवार के सदस्यों के बीच मधुर संबंध विकसित किए। इसके बाद उन्होंने व्यावसायिक काम के लिए पैसे लेना शुरू कर दिया।

दिल्ली बैंकॉक में बताया अपना कारोबार

रमेश और उसके परिवार के सदस्यों ने आरटीजीएस के माध्यम से अनिल उपाध्याय के खाते में लगभग 85 लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके अलावा उनके करीबी रिश्तेदार राधिका सिंह पत्नी रमेश मनोचा और सास सुधा सिंह और उनके साले आकाश दीप सिंह द्वारा भी उक्त खाते में पैसे ट्रांसफर किये गये थे। वर्ष 2016 से अब तक हम 2 करोड़ 4 लाख रुपये नकद, आरटीजीएस, चेक के माध्यम से दे चुके हैं। अन्य सहयोगियों ने भी 3 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि दी। इन लोगों द्वारा उनके साथ न तो कोई पार्टनरशिप डीड की गई है और न ही उन्हें अब तक किसी भी तरह की पार्टनरशिप से कोई लाभ मिला है। उन्होंने राजीव कुमार निवासी नहोनी अंबाला, हरियाणा राज्य को अपना पार्टनर बताया और दिखाया कि उनका कारोबार दिल्ली और बैंकॉक में लगातार चल रहा है। इन लोगों को एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग दिखाई गई कि इस बिल्डिंग में उनका पैसा लगा है और बिक्री के बाद मूलधन और लाभांश दिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने रमेश और उसके परिवार के सदस्यों से संपर्क तोड़ दिया और उनकी जीवन भर की संपत्ति लूट ली। ठगी का शिकार होने के बाद इन लोगों ने पुलिस से शिकायत की।

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