रांची: झारखंड पुलिस ने बीजेपी नेता राजेंद्र प्रसाद साहू की हत्या (bjp leader Rajendra Prasad Sahu murder case) की साजिश में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, शूटर फिलहाल पुलिस की पहुंच से बाहर है। एटीएस और पुलिस की अब तक की जांच में यह बात सामने आ रही है कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन से करोड़ों के लेन-देन के विवाद में उसकी हत्या की गयी है।
12 अगस्त को लातेहार जिला अंतर्गत बालूमाथ स्थित उनके घर के पास ही राजेंद्र प्रसाद साहू को गोली मार दी (bjp leader Rajendra Prasad Sahu murder case) गयी थी। बाद में रांची में इलाज के दौरान 14 अगस्त की रात उनकी मौत हो गयी। इससे गुस्साए लोगों ने रांची-चतरा रोड को नौ घंटे तक जाम कर दिया। झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने बीजेपी नेता की हत्या की साजिश में शामिल तीन लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। इन तीनों लोगों ने ही शूटरों को शरण दी थी। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ जारी है।
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बता दें कि इस हत्याकांड (bjp leader Rajendra Prasad Sahu murder case) में दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू का हाथ बताया जा रहा था, क्योंकि उसने रंगदारी मांगने के लिए कई बार राजेंद्र साहू को धमकी दी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में इस हत्या के पीछे प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े लोगों का नाम सामने आया है। नोटबंदी के समय राजेंद्र प्रसाद साहू का इन लोगों से करोड़ों का लेन-देन हुआ था और इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा था। उनकी हत्या (bjp leader Rajendra Prasad Sahu murder case) इसी विवाद का नतीजा बताई जा रही है। हालांकि, इस संबंध में पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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