Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर में लगातार हो भारी बारिश भूस्खलन के बावजूद अमरनाथ तीर्थयात्रियों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। हालांकि पिछले 36 घंटों में पांच अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई। इसी के साथ इस साल मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 24 हो पहुंची। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से अधिकतर मौतें अधिक ऊंचाई पर होने वाली बीमारी के कारण हुईं, जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी हुई और उसके बाद हृदय गति रुक गई।
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच मौतों में से चार पहलगाम मार्ग पर जबकि एक बालटाल मार्ग पर हुई। पीड़ितों में एक आईटीबीपी अधिकारी भी शामिल है जिनकी ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। पीड़ित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से थे। विशेषज्ञों का कहना है कि ऊंचाई पर स्थित स्थानों में ऑक्सीजन की कम सांद्रता के साथ दुर्लभ हवा होती है। इसके साथ ही अस्वस्थ फेफड़े और थकावट अक्सर मौत का कारण बनती हैं।
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1,37,353 श्रद्धालु कर चुके हैं यात्रा
गौरतलब है कि अब तक 1,37,353 श्रद्धालु बाबा बर्फानी (Amarnath Yatra ) के दर्शन करने के लिए गुफा मंदिर का दौरा कर चुके। अमरनाथ गुफा मंदिर समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है। इन कारणों से, अधिकारियों ने यात्रियों के लिए स्थापित मुफ्त रसोई (लंगर) में सभी जंक फूड पर प्रतिबंध लगा दिया है। परांठे, पूड़ी, मिठाई और कोल्ड ड्रिंक समेत सभी कन्फेक्शनरी आइटम पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यात्रा अड्डे और पारगमन शिविरों के आसपास सिगरेट की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस साल 1 जुलाई शुरू हुई 62 दिवसीय यात्रा 31 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा उत्सव के साथ समाप्त होगी।
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