कांकेर: जिले में संविदा कर्मचारियों ने जिला प्रशासन को सामूहिक इस्तीफा सौंप (mass resignation of contract employees) दिया है। नियमितीकरण की मांग को लेकर 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मचारियों पर एस्मा लगाने के राज्य सरकार के आदेश के विरोध में जिले के करीब 1700 कर्मचारियों ने शुक्रवार को सामूहिक इस्तीफा (mass resignation of contract employees) दे दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि जब राज्य सरकार पहले ही सभी को बर्खास्त करने की तैयारी कर चुकी है। बेहतर है कि वे खुद ही इस्तीफा दे दें।
कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा करने वाली सरकार अब उनकी मांग को अनसुना कर रही है और कार्रवाई करने की धमकी देकर हड़ताल खत्म करवाने की कोशिश में जुटी है। इसे लेकर संविदा कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने अब संयुक्त रूप से इस्तीफा (mass resignation of contract employees) मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को सौंप दिया है।
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बता दें कि इसके पहले भी संविदा कर्मचारी 44 दिनों तक नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर चुके हैं। उस दौरान भी प्रदेश सरकार ने उन्हें आश्वासन देकर शांत करवा दिया था और उनकी हड़ताल खत्म करवा दी थी, लेकिन अब संविदा कर्मचारी आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। एसडीएम मनीष साहू का कहना है कि इस्तीफा मुख्यमंत्री के नाम से जिला प्रशासन को सौंपा गया है। इस्तीफा (mass resignation of contract employees) की प्रति उच्च अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा, इसमें कार्रवाई मुख्यमंत्री तय करेंगे।
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