लखनऊः उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की बसों में यात्रियों को अब न केवल सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा, बल्कि ड्राइवरों और कंडक्टरों के अच्छे व्यवहार के कारण शांतिपूर्वक यात्रा करने का अवसर भी मिलेगा। परिवहन निगम की छवि सुधारने के लिए योगी सरकार द्वारा लिए गए फैसले से यात्रियों को जल्द ही यह बदलाव देखने को मिलेगा। परिवहन निगम की समीक्षा बैठक में छवि सुधारने और यात्रियों के साथ अच्छे व्यवहार के लिए काम करने के निर्देश दिये गये हैं।
यात्रियों के अनुभव को बनाया जाए सुखद
प्रमुख सचिव परिवहन एवं अध्यक्ष एल वेंकटेश्वर लू, एमडी मासूम अली सरवर, एएमडी अन्नपूर्णा गर्ग एवं यूपीएसआरटीसी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी क्षेत्रों के क्षेत्रीय प्रबंधकों, सेवा प्रबंधकों एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ संचालन एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। समीक्षा बैठक में सबसे अहम बात विभाग की छवि सुधारने को लेकर रही। बैठक में कहा गया कि सभी कर्मचारी परिवहन निगम की अच्छी छवि बनाने के लिए काम करें। प्रतिदिन 15 लाख यात्री यात्रा करते हैं और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम राज्य सरकार के सबसे बड़े विभागों की श्रेणी में आता है। यात्री हमारे ग्राहक हैं। उनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए। चालक-परिचालकों को उनके व्यवहार के संबंध में सलाह दी जाए ताकि यात्रियों के अनुभव को सुखद बनाया जा सके।
ये भी पढ़ें..Jammu-Kashmir: राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस ने मौन सत्याग्रह, मोदी…
बिना टिकट यात्रा के मामलों में कमी
बैठक में क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का समुचित निर्वहन करने के निर्देश भी दिये गये। सभी से कहा गया कि बसों का परिचालन समय से हो ताकि निगम की छवि स्वच्छ रहे। चालक-परिचालक का स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से किया जाए। बिना टिकट यात्रियों के मामलों में कमी लाने के लिए सख्त कार्रवाई करें। डीजल चोरी के मामलों में कड़ी एवं सख्त कार्रवाई की जाए। चालक-परिचालक का त्रैमासिक आवंटन नियमित रूप से किया जाए। साथ ही आरएम, एसएम और एआरएम से स्वयं बसों का निरीक्षण करने की अपेक्षा की गई है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)