कैथलः एक दिन पहले सोलू माजरा गांव के पास कार खरीदने आए पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति से 7 लाख 50 हजार रुपये लूटने वाले को सीआईए वन पुलिस ने गुरुवार को 5 साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सभी का क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाल रही है। पुलिस ने मास्टरमाइंड सुशील की होंडा सिटी कार बरामद कर ली है।
गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर लूट की रकम व वाहन बरामद करने के लिए रिमांड प्राप्त किया जाएगा। सीआईए फॉरेस्ट में आयोजित पत्रकार वार्ता में डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि समाना मंडी में प्रगट सिंह और ध्यानचंद ट्रक चलाते हैं। ट्रक ड्राइवरों का उनका व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। एक दिन उनके पास एक वाहन के क्रय-विक्रय का संदेश आया। उसने उस नंबर पर वाट्सएप के जरिए बात की। जिसने अपना नाम राजकुमार बताया। इस बारे में ध्यानचंद ने अपने साथी ड्राइवर प्रगट सिंह से भी बात की।
मास्टरमाइंड सुशील ने परगट सिंह के साथ लूट की साजिश रची
सब कुछ समझकर प्रगट सिंह ने इस बारे में सुशील से बात की। इस पर सुशील ने अपने साथियों के साथ मिलकर रुपये लूटने की योजना बनाई। योजना के अनुसार यह तय हुआ कि प्रगट सिंह ध्यानचंद के साथ पैसे लेकर कार खरीदने आएगा। ताकि उस पर किसी को शक न हो। एक व्यक्ति पुलिसवाले के वेश में आएगा। योजना के मुताबिक परगट सिंह 30 मई को ध्यानचंद के साथ पैसे लेकर कार खरीदने के लिए सोलू माजरा आया था। सुशील ने कथित तौर पर खुद को राजकुमार बताते हुए उसे एक लिंक रोड पर बुलाया। जहां सुशील और अजय पहले से ही क्रेटा कार में बैठे थे। इसके बाद ध्यानचंद और सुशील ने गाड़ी के रेट के बारे में बात की।
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उसी समय होंडा सिटी में 5 लोग आ गए, जिसमें नरेश ने पुलिस उपनिरीक्षक की वर्दी पहन रखी थी। नरेश, एक सब-इंस्पेक्टर के रूप में प्रस्तुत होकर, ध्यानचंद को धमकी देता है कि वह उसे गिरफ्तार कर लेगा क्योंकि वह चोरी के वाहनों को खरीदने के व्यवसाय में है। जैसे ही उनकी कहासुनी हो रही थी, इसी बीच सुशील ध्यानचंद का एक्सीडेंट कर पैसे का पैकेट और बैग छीन कर भाग गया। जिसके पीछे होंडा सिटी आए कथित उपनिरीक्षक नरेश भी अपनी कार लेकर चले गए।
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