लखनऊः इस दुनिया में जो कुछ भी है उसकी तुलना किसी भी चीज से की जा सकती है। सिर्फ एक “माँ” है जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। वह सब से ऊपर है। बच्चे की हर ताकत के पीछे मां का हाथ होता है। यदि मां को हटा दिया जाए तो जीव जगत की कल्पना करना बेकार है। उक्त बातें पूर्व मंत्री स्वाति सिंह (swati-singh) ने एक कार्यक्रम में कही।
दरअसल राजधानी लखनऊ के अर्जुनगंज में आइडियल इलेमेंट्री इंटर कालेज में मदर्स-डे की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मंत्री स्वाति सिंह सिंह बतौर मुख्य अतिथि पहुंची थी। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म ग्रंथों में मनुष्यों पर चार तरह के ऋण बताए गए हैं। जो कि देव, ऋषि, पितृ और मातृ ऋण। तीन ऋणों से मुक्ति के उपाय बताए गए हैं, लेकिन मां के ऋण से कभी चुकाया नहीं जा सकता। ऐसी मां के लिए कोई एक दिन निर्धारित करना सही नहीं है। हर दिन मां को समर्पित करना चाहिए। जितना संभव हो मां के चरणों में समर्पण भाव से झुकना चाहिए। यदि मां की छाया आपके ऊपर है तो कोई विपदा नहीं आ सकती।
पूर्व स्वाति सिंह (swati-singh)ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को पहचानने की जरूरत है। बच्चों को भी बेहतर शिक्षा के साथ ही बेहतर ढंग से अपनी संस्कृति को भी बताया जाना चाहिए। इससे उनमें दया भावना जागृत होगी। आशावादी होंगे। जब आशावादी होंगे तो विपरित परिस्थितियों से उनमें घबराहट नहीं आयेगी। वे उससे सीखेंगे और आगे के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा लघु नाटिका व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)