नई दिल्लीः गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को हनुमान जयंती के अवसर पर गुजरात के बोटाड जिले के सारंगपुर मंदिर में भगवान हनुमान (Lord Hanuman ) की 54 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। पंचधातु से बनी 30 हजार किलो वजन की इस मूर्ति को 7 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। इसके अलावा अमित शाह ने सलंगपुर हनुमान मंदिर में 55 करोड़ रुपये की लागत से बना श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय का उद्घाटन किया। यह भोजनालय 7 एकड़ में बनाया गया है।
गृहमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि पंचधातु से बनी भव्य प्रतिमा भारतीय मूर्तिकला और शिल्प कौशल का अद्भुत उदाहरण है। आने वाले दिनों में यह प्रतिमा यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र बनेगी। शाह ने ट्वीट किया, आज केसरीनंदन के भव्य मंदिरों में से एक सारंगपुर धाम (गुजरात) में महाराजाधिराज हनुमान जी के दर्शन किए और विश्व प्रसिद्ध श्री कष्ठभंजनदेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। बजरंगबली जी के कष्टभंजन स्वरूप में भक्तों की अटूट आस्था है। सबके कल्याण के लिए भगवान की आराधना की।
शाह ने गुरुवार को सारंगपुर में 55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित श्री कष्टभंजनदेव भोजनालय का भी उद्घाटन किया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “25 तीर्थस्थलों से मिट्टी के खपरैलों से बनी इस हाईटेक रसोई में एक घंटे में 20 हजार से अधिक लोगों का भोजन तैयार होगा। श्री कष्टभंजन मंदिर का यह एक महत्वपूर्ण जनसेवा प्रयास है।”
7 किमी दूर से हो सकेंगे हनुमान जी के दर्शन
बता दें कि अहमदाबाद से करीब 150 किलोमीटर दूर सलंगपुर हनुमान मंदिर परिसर में यह प्रतिमा (Lord Hanuman ) बनी हुई है। पंचधातु से बनी 30 हजार किलो वजन की इस मूर्ति को 7 किमी की दूरी से देखा जा सकता है। इस प्रतिमा को बनाने में करीब छह करोड़ रुपये लगात आई है। दरअसल कष्टभंजन हनुमान मंदिर की स्थापना विक्रम संवत 1905 में हुई थी। इसका निर्माण सद्गुरु गोपालानंद स्वामी ने करवाया था। गुजरात के बोटाद जिले के सलंगपुर में बने कष्टभंजन हनुमान को यहां हनुमान दादा के नाम से पुकारा जाता है।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah unveils 54 feet tall statue of Lord Hanuman at Sarangpur temple in Botad district on Hanuman Jayanti pic.twitter.com/0IX4XCVKvA
— ANI (@ANI) April 6, 2023
मंदिर में आने से शनिदेन के प्रकोप से मिलती है मुक्ति
मान्यता है कि इस मंदिर में आने से लोगों को शनिदेव के प्रकोप से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि बहुत पहले ऐसा समय था जब लोग शनिदेव का प्रकोप झेल रहे थे तब भक्तों ने हनुमान जी की आराधना की थी। जिसके बाद हनुमानजी ने लोगों को शनिदेव के प्रकोप से मुक्त कराया था।
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